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नहरी-भूमि को बेचने के संबंध में लोकतांत्रिक तरीके से संघर्ष होगा: कंवर

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बीकानेर। बीकानेर इंदिरा गांधी नहर परियोजना संयुक्‍त संर्घष समिति द्वारा गुरुवार को ईआरसीपी प्रोजेक्‍ट के लिए राशि एकत्र किये जाने हेतु राज्‍य सरकार के निर्देश पर नहर विभाग की भूमि बेचने की प्रक्रिया प्रारम्‍भ होने पर गुरुवार नहर कर्मियों की एक आपात बैठक मुख्‍य अभियंता कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक की अध्‍यक्षता इंटक के प्रदेशाध्‍यक्ष लेखराज सहारण ने की।

बैठक को सम्‍बोधित करते हुए इगानप संयुक्‍त संघर्ष समिति के संयोजक भंवर पुरोहित ने कहा कि वर्ष 2008 में नहरी भूमि को नहर कर्मियों को आवंटन किये जाने हेतु एक ऐतिहासिक महापडाव डाला गया था, लेकिन अपरिहार्य कारणवश उक्‍त अवधि में भूमि आवंटन संबंधी राज्‍य सरकार के साथ वार्ता पूर्ण नहीं हो पाई। भामस की जिला अध्‍यक्ष कृष्‍णा कंवर ने कहा कि राज्‍य सरकार नहरी भूमि को स्‍वयं बेचना चाह रही है तो क्‍यों न यह भूमि नहर कर्मियों को रियायती दरों पर आवंटित हो।

इसी मांग को लेकर नहर क‍र्मी अब चरणबद्ध आन्‍दोलन करेगा। बैठक को भामस के अध्‍यक्ष पुखसिंह राठौड, इंटक प्रदेशाध्‍यक्ष लेखराज सहारण, इगांनप संयुक्‍त कर्मचारी संघ के अध्‍यक्ष कमल अनुरागी, महामंत्री हितेष अजमानी, प्रारूपकार संवर्ग के अपूर्व श्रीमाली, वाहन चालक संघ के अध्‍यक्ष चैन सिंह, भामस के संजीव पाराशर के साथ-साथ युवा कर्मचारी नेता हेमन्‍त सोनी, राजेन्‍द्र राठोड, पवन चौधरी, अशोक रंगा एवं गोपाल सिंह ने भी संघर्ष का साथ देना का आश्‍वासन दिया। बैठक का अभार भामस की जिलाध्‍यक्ष कृष्‍ण कंवर ने व्‍यक्‍त किया।

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