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सुख, संतान व कोई भी मनोकामना पूर्ति के लिए भगवान् शिव को ऐसे करें प्रसन्न

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बीकानेर । महाशिवरात्रि का पावन पर्व 18 फ़रवरी शनिवार के दिन मनाया जाएगा। महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव को प्रसन्न करके सभी प्रकार की मनोकामनाओं की पूर्ति कर सकते हैं। इस दिन शिव भक्त व्रत रखकर भगवान शिव का जलाभिषेक, पृथक पृथक अभिषेक , जागरण करे। सुहागन स्त्रियां अपने सौभाग्य की वृद्धि के लिए, अविवाहित लड़कियाँ सुयोग्य एवं मनपसंद जीवन साथी की प्राप्ति के लिए शिव की पूजा अर्चना करती है ।👇

इस दिन महादेव और माता पार्वती की पूजा शुभ काल के दौरान करना चाहिए। भगवान शिव की पूजा करते वक्त बिल्वपत्र, शहद, दूध, दही,घी शक्कर और गंगाजल से अभिषेक करना चाहिए। पंडित गिरधारी सुरा के अनुसार वर्ष 2023 में शिव का प्रिय महाशिवरात्रि व्रत 18 फरवरी को मनाया जा रहा है। हिन्दू धार्मिक मान्यता के अनुसार, फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर यह पर्व मनाया जाएगा। 👇

महा शिवरात्रि पर शिव पूजा के शुभ मुहूर्त
महा शिवरात्रि व्रत : 18 फरवरी 2023, शनिवार
फाल्गुन चतुर्दशी तिथि का प्रारंभ- दिन शनिवार, 18 फरवरी 2023 को 08.02 पीएम से
चतुर्दशी तिथि का समापन- 19 फरवरी, 2023 दिन रविवार को 04.17 ए एम पर।
रात्रि प्रथम प्रहर पूजन समय- 08.15 पी एम से 10.15 पी एम
रात्रि द्वितीय प्रहर पूजन समय- 10 :15 पी एम से 19 फरवरी को 12.15 ए एम तक।
रात्रि तृतीय प्रहर पूजन समय- 12: 15 ए एम से 19 फरवरी को 02:15 ए एम तक।
रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजन समय- 02.15 ए एम से 19 फरवरी को 04:15 एम तक।
पारणा समय- रविवार, 19 फरवरी को 06.00 ए एम से 03.24 पी एम तक।👇

आइए जानते हैं पंडित गिरधारी सुरा (पुरोहित) के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन राशि के अनुसार विशेष उपाय जिन्हें करने से आपको भगवान भोलेनाथ की कृपा प्राप्त होगी। 
मेष और वृश्चिक राशि वाले इस महाशिवरात्रि पर गंगाजल और मसूर की दाल व पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करें। साथ मे गुलाब के पुष्पो से अर्चन जरूर करे।
वृष और तुला राशि के वाले इस बार महाशिवरात्रि के दिन दूध, दही, शक़्कर या चावल से शिवलिंग का अभिषेक करें। सुनगंधित जल से अभिषेक करने से धन से संबंधित परेशानियां दूर होंगी। सभी प्रकार के ऐशवर्य की प्राप्ति के लिए सफ़ेद पुष्पों व अबीर गुलाल से अर्चन करे। 👇

मिथुन और कन्या राशि वाले गन्ने के रस से, साथ मे हरे मूंग, भांग से शिवलिंग का अभिषेक करें। व्यपार वृद्धि के लिए दूर्वा ,धतूरा से अर्चन करे।
कर्क राशि वाले दूध में शक्कर मिलाकर , माटी के घड़े में पानी डालकर शिवलिंग का अभिषेक करें। मन की प्रसन्नता के लिए पंचमेवे का भोग लगाए और वस्त्र अर्पण करे।
सिंह राशि वाले जल में लाल चंदन मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें। सुहाग पिटारा और दाडिम  चढ़ाये जिससे मान सम्मान ,यश की प्राप्ति होगी।
धनु और मीन राशि वाले दूध में केशर मिलाकर , चना दाल , केशु पुष्प से शिवलिंग का अभिषेक करें। गेंदे के पुष्प और पीली मिठाई का भोग लगाए साथ मे शिव मंत्र का जाप करे। 👇

मकर और कुम्भ राशि वाले तेल से , औषधि मिश्रित जल, डाभ मिश्रित जल से शिवलिंग का अभिषेक करें। साथ ही बिलवपत्र, शमीपत्र से शिव के 1008 नाम से अर्चन करने के बाद दीपदान करे जिससे हर कार्य में सफलता मिलेगी और शत्रु का नाश होगा , सभी प्रकार के कष्टों का निवारण भी होगा।
रात्रि के समय इस मंत्र का अखंड जाप जरूर करे
ॐ हौं जूं स: ॐ भूर्भुव: स्व: ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्व: भुव: भू: ॐ स: जूं हौं ॐ । महामृत्युंजय मंत्र का जप आपको हर मुश्किल से दूर रखता है।

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