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बुजुर्गों को हम भार नहीं उपहार समझे – प्रेमा नाहटा

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काठमांडू ,नेपाल 22 दिसंबर । अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशानुसार
Learn-Unlearn- Relearn 2nd inning को बनाए खुशहाल। बेमिसाल।
तेरापंथ महिला मंडल काठमांडू ने जूम द्वारा इस विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया। कार्यक्रम शुरुआत मंगलाचरण वर्षा बेगवानी द्वारा सुमधुर गीतिका से किया गया। काठमांडू महिला मण्डल अध्यक्षा प्रेमा नाहटा ने सभी का स्वागत करते हुए कहां कि बड़े बुजुर्गों को हम भार नहीं उपहार समझे यह तभी संभव हो सकता है जब सब मिलकर उन्हें समय और दिल से सम्मान दें।
कार्यक्रम की प्रमुख वक्ता पुखराज देवी सेठिया ने विषय पर अति सुंदर अभिव्यक्ति दी और कहा कि हम गुस्सा और तनाव से बचें ,तभी हमारी शारीरिक शक्ति संचित हो सकती है और हम आध्यात्मिक चेतना को जागृत करें। अंजू चौरडिया ने अपनी सुंदर कविता के माध्यम से अपने भावों को अभिव्यक्त किया। वरिष्ठ श्राविका मैना देवी नाहटा ने अपने अनुभव को बहुत ही सुंदर ढंग से साझा किया और सुंदर कविता के साथ अपने भावों की अभिव्यक्ति दी। ललित मरोटी के अनुसार संस्थापक अध्यक्षा नीता कोठारी ने उपरोक्त विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। पूर्व अध्यक्षा सुमन नाहटा ने अपने व्यक्तिगत अनुभव संयुक्त परिवार के साझा किए और कहा कि बड़े बुजुर्ग उन्हीं को मिलते हैं जो भाग्यशाली होते है।
आभार ज्ञापन सजग ओर कर्मठ मंत्री संगीता लुनिया ने किया। कार्यक्रम का संचालन सचिव रेखा भंसाली ने किया। 2 घंटे चली इस संगोष्ठी में लगभग 75 महिलाओ की उपस्थ्ति ने समाज को एक नया सन्देश दिया।

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