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बीकानेर से चीन गए 76 लोग, लौटे तो क्या होगा…

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बीकानेर। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और े सीआईडी पुलिस  के अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर यह सुनिश्चित करें कि 15 जनवरी के बाद अगर कोई व्यक्ति चीन से यहां आया है,  तो उसके घर पर जाकर उसके स्वास्थ्य का परीक्षण करने के लिए पीबीएम में बनाई आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जाए। इसके लिए दोनों ही विभाग आपस में समन्वय  रखें सीआईडी विभाग के पास बीकानेर से चीन जाने वाले सभी लोगों की सूची रहती है। ऐसे में विभाग अब घरों में जाकर यह पता करें कि वे लोग लौट कर आए हैं क्या ? अगर आए हैं तो उनके स्वास्थ्य की निगरानी के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं।
गौतम शनिवार को अपने निवास में स्थित कार्यालय में सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य, पीबीएम के अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी और पुलिस की सीआईडी ब्रांच के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग और मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी शहर के सभी होटलों में भी संपर्क करें और उनके प्रबंधकों को यह बताएं कि अगर कोई व्यक्ति व पर्यटक चीन से आया है अथवा चीन मूल का पर्यटक ना होकर किसी अन्य देश का निवासी हो और चीन होते हुए आया है तो इसकी सूचना भी होटल प्रबंधक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को देगा ताकि किसी भी स्थिति में कोरोना वायरस से पीड़ित कोई व्यक्ति बगैर इलाज के ना रहे। अगर एक भी व्यक्ति इस रोग से पीड़ित मिला तो अन्यों में रोग के फैलने की संभावना रहती है। रोग न फैले इसके लिए एहतियातन सभी होटल प्रबंधकों को पाबंद कर दें कि किसी भी स्थिति में विदेशी पर्यटक विशेषकर चीन से आए हुए व्यक्ति की सूचना उन्हें आवश्यक रूप से देनी होगी।
गौतम ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अगर चीन से आए हुए व्यक्ति को बीमारी नहीं भी होती है तो भी उसे 28 दिन तक ऑब्जर्वेशन में रखा जाए।  अगर व्यक्ति अपने घर में भी रहता है तो उसे यह बताया जाए कि वह घर में रहे और साफ-सफाई के साथ सुरक्षित रूप से रहे तथा सार्वजनिक स्थान या समारोह आदि में भाग ना लें जो चीन से आए हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें हल्का फुल्का जुखाम भी है तो भी वे अपने घरों में ही रहेंगे और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी निरंतर उनके घर से संपर्क बनाए रखेंगे।
  जिला कलक्टर को बताया गया कि बीकानेर से करीब 76 व्यक्ति चीन गए हुए हैं। इन सभी की सूची तैयार कर ली गई है। जब भी यह लोग बीकानेर लौटकर आएं तो इनके स्वास्थ्य का परीक्षण करने के बाद ही इन्हें घर भेजा जाएगा। गौतम ने बताया कि अब तक चीन से कुल 5 लोग आए थे इनमें से तीन का स्वास्थ्य परीक्षण और रक्त की जांच आदि कर ली गई है। इनमें किसी तरह की बीमारी नहीं है।
  जिला कलक्टर ने प्राचार्य एस एच कुमार को निर्देश दिए कि वह पीबीएम अस्पताल में 2 वार्ड कोरोना वायरस मरीजों के लिए आरक्षित कर दें । इनमें एक वार्ड अगर किसी व्यक्ति को यह बीमारी होने की पुष्टि हो जाती है तो उस वार्ड में रोगी को रखा जाए। ऐसे वार्ड में 8 बेड सहित सभी उपकरण एवं आवश्यक दवाएं आदि की व्यवस्था की जाए। इसके अलावा एक 25 बेड का वार्ड ऐसे व्यक्तियों के लिए आरक्षित रखा जाए जो चीन से आते हैं और उनका स्वास्थ्य परीक्षण करना है।
गौतम ने कहा कि 25 व्यक्तियों के बेड में केवल सस्पेक्टेड मरीजों को ही रखा जाए । उन्होंने प्राचार्य एस एच कुमार और मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर बी एल मीणा को निर्देश दिए कि सस्पेक्टेड वार्ड में भी चिकित्सकीय कार्य करने वाले डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ, एस्ट्रोनॉट ड्रेस सहित  सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाए। विशेषकर मास्क उनके मुंह पर लगा होना चाहिए। साथ ही अगर मरीज की पुष्टि हो जाती है तो जिस 8 बेड के वार्ड में उन्हें रखा जाएगा, वहां कार्य कर रहे चिकित्सकों को के साथ-साथ मरीज को भी एस्ट्रोनॉट ड्रेस पहनाई जाए  ताकि किसी तरह का वायरस इन चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ पर असर ना कर सके।
  गौतम ने मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए बीमारी के लक्षणों के बारे में लोगों में जागरूकता लाने के लिए पोस्टर ऑफ पंपलेट वितरित किए जाए। साथ ही स्कूलों में और ग्राम पंचायत स्तर पर इसका प्रचार प्रसार किया जाए। स्कूलों में प्रार्थना के समय भी बच्चों को बीमारी के लक्षण के बारे में बताई जाए।

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