भारतीय रेल की ऊर्जा संरक्षण को लेकर महत्वपूर्ण पहल
नई दिल्ली। पश्चिम मध्य रेलवे रेल के जबलपुर मंडल में बैटरी से चलने वाले डुएल मोड सेटिंग लोको नवदूत का निर्माण किया गया है जिसका परीक्षण सफल रहा। बैटरी से ऑपरेट होने वाला यह लोको डीजल की बचत के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में एक बड़ा कदम होगा। यह जानकारी रेल मंत्री पीयूष गोयल के ट्विटर अकाउंट से मिली है। बता दें कि रेलवे बैटरी वाले इंजनों की योजना पर उस समय बढ़ रहा है, जब नीति आयोग 2023 तक सभी तिपहिया वाहनों और 2025 तक सभी दोपहिया वाहनों को ई-वाहनों में बदलने की बात कह रहा है। बेट्री ऑपरेटेड इंजन के रेलवे में शामिल हो जाने के बाद न केवल पर्यावरण प्रदूषण से राहत मिलेगी बल्कि देश का भारी मात्रा में डीजल का खर्च भी बचेगा।
गोयल ने अपने एक और ट्विटर अकाउंट पर लिखा है कि वर्तमान में चल रही रेलवे की सभी सेवाएं वैसी ही रहेगी। निजी भागीदारी से 109 रूट पर 151 अतिरिक्त आधुनिक ट्रेनें चलाई जाएगी। जिसका कोई प्रभाव रेलवे की ट्रेनों पर नहीं पड़ेगा बल्कि ट्रेनों के आने से रोजगार का सृजन होगा।