स्मार्ट ग्रिड के विकास ने देश में ऊर्जा के व्यवसाय को बदल दिया
ईसीबी में ‘चैलेंजेज इन ग्रिड इंटीग्रेशन’ विषयक कार्यशाला का हुआ समापन


बीकानेर। अभियांत्रिकी महाविद्यालय बीकानेर के विद्युत विभाग व एनआईटी कुरुक्षेत्र के संयुक्त तत्वावधान में टेक्विप-III द्वारा प्रायोजित ‘चैलेंजेज इन ग्रिड इंटीग्रेशन’ पर साप्ताहिक शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग प्रोग्राम का समापन हुआ I विषय विशेषज्ञ के रूप में एन आई टी कुरुक्षेत्र के सहायक प्रोफेसर ड़ॉ संदीप काकरान ने स्मार्ट ग्रिड के परिपेक्ष में बताया की इसके विकास ने भारत में ऊर्जा के व्यवसाय को बदल दिया है, इसने कई मायनों में देश में ऊर्जा उत्पादन और उपभोग का लोकतंत्रीकरण किया हैI आने वाले वर्षों में हम स्थानीय मिनी ग्रिड के माध्यम से हजारों ऊर्जा उत्पादकों को ग्रिड के माध्यम से बिजली की आपूर्ति करते हुए देख सकेंगे तथा ऊर्जा के मैनेजमेंट में ग्रिड की भागीदारी का योगदान पर अहम विचार प्रस्तुत किये।
दूसरे सत्र में आई आई टी बॉम्बे के डॉ एस ऐ सोमान ने आधुनिक स्मार्ट ग्रिड एवं नवीनतम ऊर्जा संसाधनों के उपयोग पर अपने विचार प्रस्तुत किये। आधुनिक स्मार्ट ग्रिड के उपयोग से ऊर्जा के उत्पादन, प्रसारण एवं वितरण में अहम बदलाव किए जा सकते हैं साथ कि ऊर्जा की बचत में भी इसकी खास भूमिका साबित होगी।
प्राचार्य डॉ भामू ने बताया की ईसीबी महाविद्यालय प्रयासरत है की बीकानेर जिले में नवीनतम ऊर्जा के क्षेत्र में क्या नवाचार किया जा सकता है, इसी क्रम में भविष्य में बीकानेर शहर में नवीनतम ऊर्जा के उपयोग पर बल दिया।
डॉ ओ पी जाखड़ ने बताया की टेक्विप-III के 22 से 26 जून 2020 तक के इस कार्यक्रम में वेसेक्स के माध्यम से आयोजित की जा रही ट्रेनिंग में देश भर के 400 शोधार्थियों से भी ज्यादा ने लाभ उठाया।
विभागाध्यक्ष डॉ विकास शर्मा ने बताया की इस ट्रेनिंग में न केवल देश के विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्ध विशेषज्ञों ने ऑनलाइन माध्यम से व्यख्यान दिए जिससे प्रतिभागियों को एक ही पटल पर विधुत ऊर्जा के क्षेत्र में किये जा रहे शोध की विस्तृत जानकारी प्राप्त हुई I कोऑर्डिनेटर डॉ राहुल शर्मा व ड़ॉ संदीप काकरान (कुरूक्षेत्र) एवं ड़ॉ महेंद्र भादु व सुश्री शिवानी गर्ग ने बताया की ऊर्जा के क्षेत्र में देश भर में उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते हुए शहरी व ग्रामीण क्षेत्र की दिशा बदली जा सकती है व हम महाविद्यालय के शोधार्थियों को इस ओर प्रेरित कर रहे हैंI