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जिला कलक्टर की सक्रियता से 1 घंटे में मिली अटकी पेंशन

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1 साल से पेंशन से वंचित, 1 घंटे में मिली नकद पेंशन
बीकानेर। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम की सक्रियता और सहदयता के चलते श्रीडूंगरगढ़ पंचायत समिति के गुसाईंसर गांव निवासी रामप्यारी को 12 माह से अटकी पेंशन महज 1 घंटे में मिल गई। इतना ही नहीं उसकी पेंशन नियमित भी हो सकी। दरअसल मंगलवार को जिला कलक्टर गौतम जब श्रीडूंगरगढ़ पंचायत समिति का निरीक्षण कर अपनी गाड़़ी में बैठने ही वाले थे तो गुसाईंसर निवासी रामप्यारी अपनी गुहार लेकर उनसे मिलने जा पहुंची। रामप्यारी ने जिला कलक्टर को बताया कि गत 12 महीनों से वह वृद्धावस्था पेंशन से वंचित है। कई बार सम्पर्क करने के बावजूद पेंशन प्रारम्भ नहीं हो पा रही है। इस पर
जिला कलक्टर ने तुरंत रामप्यारी के पास उपलब्ध सभी कागज देखे और गाड़ी से उतर कर पंचायत समिति की पेंशन शाखा पहुंचे। वहां पहुंचकर गौतम ने सभी दस्तावेज की जांच की और पाया कि रामप्यारी के सभी पेंशन दस्तावेज सही हैं और वह वृद्धावस्था पेंशन के पात्र थी। जिला कलक्टर ने कम्प्यूटर पर समस्त प्रक्रिया की दुबारा अपने सामने जांच करने को कहा। जांच के दौरान पाया गया कि रामप्यारी पत्नी पोकर राम के आधार नम्बर की गलत फीडिंग के चलते उसकी पेंशन का ट्रांसफर रामप्यारी पत्नी पुरखा राम केे खाते में गत 12 माह से हो रहा था। इसके बाद जिला कलक्टर ने विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि तकनीकी खामी के चलते गलती से जहां पैसे ट्रांसफर हुए हैं उनसे सम्पर्क कर रामप्यारी को बकाया रही पेंशन का भुगतान करवाएं। इसके बाद अधिकारियों ने रामप्यारी पत्नी पुरखाराम से सम्पर्क किया तो पाया गया कि उसके खाते में गत 12 माह से पेंशन आ रही है। गलती से खाते में आई इस पेंशन राशि को सम्बंधित परिवार ने लौटा दिया और इस तरह पात्र रामप्यारी को 8 हजार 250 रुपए नकद मिल गए।

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