विश्व पर्यावरण दिवस पर गंगाशहर में औषधीय पौधों का पौधारोपण
, डॉ. वत्सला ने दिया प्रकृति संरक्षण का संदेश
बीकानेर। “भारतीय संस्कृति में प्रकृति संरक्षण हमारा महत्वपूर्ण कर्तव्य है। पेड़-पौधे, नदी, पर्वत, अग्नि, वायु सहित प्रकृति के विभिन्न रूप हमारे लिए वंदनीय हैं।” यह संदेश आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर राजस्थान प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र, गंगाशहर में आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम के दौरान चिकित्सा अधिकारी डॉ. वत्सला गुप्ता ने दिया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन का संकल्प राष्ट्र की खुशहाली के लिए आवश्यक है।



डॉ. वत्सला ने अपने उद्बोधन में प्रकृति, पर्यावरण और प्राकृतिक चिकित्सा की अवधारणा पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर संस्था के मंत्री बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि यह कार्यक्रम राजस्थान प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र गंगाशहर व जन शिक्षण संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया, जिसकी शुरुआत वृक्षारोपण के साथ हुई।
कार्यक्रम में जन शिक्षण संस्थान के अधिकारी महेश उपाध्याय, कौशल केंद्र की ममता पवार और बालिकाओं ने सक्रिय भागीदारी निभाई।शर्मा ने कहा, “जहाँ पेड़ हैं, वहाँ धरती पर स्वर्ग है, और जहाँ स्वर्ग है, वहाँ राष्ट्र खुशहाल होता है।” इसी विचार के साथ केंद्र के औषधि पार्क और अशोक वाटिका में औषधीय गुणों से युक्त विभिन्न पौधों का रोपण किया गया। यह वृक्षारोपण एक अभियान के रूप में संचालित हुआ।
कार्यक्रम में कविता सुथार, महावीर उपाध्याय, सुनीता प्रजापत, कृष्णा कच्छवा, मयंक बोथरा, कुनाल तंवर और पूजा तेजी सहित कई कर्मचारी उपस्थित रहे।इस अवसर पर सभी ने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया और भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों को निरंतर जारी रखने का आह्वान किया।