निरंकारी मिशन का आध्यात्मिक जागृति और प्राकृतिक चिकित्सा का संदेश
बीकानेर । जयपुर रोड स्थित निरंकारी सत्संग भवन में संत निरंकारी मिशन के तत्वाधान में आयोजित सत्संग कार्यक्रम में समाज कल्याण और आध्यात्मिक जागृति का संदेश दिया गया। इस कार्यक्रम में मानव सेवा में समर्पित राजस्थान प्राकृतिक चिकित्सा गंगाशहर की योगाचार्य और चिकित्सा अधिकारी डॉ. वत्सला गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं।

डॉ. वत्सला गुप्ता ने अपने उद्बोधन में कहा कि संत निरंकारी मिशन द्वारा प्रदत्त ब्रह्मज्ञान मानव को उसके वास्तविक स्वरूप का बोध कराता है। उन्होंने कहा कि योग और प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से व्यक्ति मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहते हुए अपने जीवन को उच्च आदर्शों पर ले जा सकता है, जिससे समाज को सही दिशा में प्रेरित किया जा सकता है। उन्होंने पंच तत्वों—पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि, आकाश—पर आधारित प्राकृतिक चिकित्सा प्रणाली की विस्तृत जानकारी दी और इस पद्धति को जीवन में अपनाने का आवाहन किया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि, राजस्थान प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र के मंत्री बनवारी लाल शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि संत निरंकारी मिशन पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता अभियान, प्राकृतिक आपदाओं में राहत, आध्यात्मिक जागृति, समाज कल्याण, और वैश्विक भाईचारे के लिए निरंतर प्रयासरत है। इसी तरह, गंगाशहर स्थित राजस्थान का प्रथम प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र पिछले 73 वर्षों से शारीरिक, बौद्धिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए योग और प्राकृतिक चिकित्सा की अलख जगा रहा है। उन्होंने इस केन्द्र में निःशुल्क योग कक्षाओं और औषधि विहीन चिकित्सा पद्धति के महत्व पर जोर देते हुए सत्संग प्रेमियों को इससे जुड़ने का आह्वान किया।
संत निरंकारी मिशन के क्षेत्रीय संचालक श्री राधेश्याम शर्मा ने सत्संग के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह मिशन कोई धर्म या संप्रदाय नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक विचारधारा है। उन्होंने कहा कि ईश्वर का बोध, जिसे ब्रह्मज्ञान कहा जाता है, सर्वश्रेष्ठ ज्ञान है। ईश्वर का कोई रंग, रूप या आकार नहीं है, इसलिए निरंकारी मिशन में ईश्वर को निरंकार के रूप में संबोधित किया जाता है, जो सर्वज्ञ, सर्वव्यापी, शाश्वत और सर्वशक्तिमान है।
कार्यक्रम का संचालन जैन गर्ल्स कॉलेज की प्रिसिंपल और निरंकारी मिशन की क्षेत्रीय समन्वयक डॉ. संध्या सक्सेना ने किया। उन्होंने मिशन के विभिन्न पहलुओं से परिचित कराया और अतिथियों को मिशन की गतिविधियों की पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में संस्थान में सघन वृक्षारोपण, सत्संग और लंगर का भी आयोजन किया गया।