बड़ी मिस्टेक: रेलवे ने कर दी थर्ड एसी डिब्बे की बढ़ोत्तरी, बुकिंग ही नहीं हो रही
बीकानेर। भारतीय रेलवे की ओर से बड़ी मिस्टेक हो रही है। दरअसल, उत्तर-पश्चिम रेलवे ने ट्रेन संख्या 14704 और 14703 में लालगढ़-जैसलमेर-लालगढ़ ट्रेन में थर्ड एसी डिब्बे की अस्थायी बढ़ोत्तरी की है जबकि मजे की बात यह है कि इस ट्रेन में थर्ड एसी ही नहीं बल्कि शयनयान स्लीपर क्लास तक की बुकिंग ही नहीं होती है। इस सम्बन्ध में रेलवे अधिकारियों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इस बारे में पता करेंगे। जानकारी के अनुसार रेलवे द्वारा अतिरिक्त यात्री यातायात को देखते हुए यात्रियों की सुविधा के लिए जैसलमेर-लालगढ-जैसलमेर ट्रेन संख्या 14704 और 14703 ट्रेन में लालगढ से 27.12.23 से 31.12.23 तक एवं जैसलमेर से 29.12.23 से 02.01.24 तक 01 थर्ड एसी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी के आदेश जारी किए गए जब उनसे पूछा गया कि बुकिंग ही इस ट्रेन में नहीं हो रही है तो वे कुछ भी नहीं कह पाए। इतना ही नहीं रेलवे की वेबसाइट indianrail. gov. in पर इस गाड़ी के नंबर सर्च किया तो एरर बता रहा है। यानि इस नंबर से गाड़ी ही नहीं है। वेयर इज माई ट्रेन एप में गाड़ी तो शो कर रही है, लेकिन टिकट बुक नहीं हो रही है।



विदेशी पर्यटकों को भी हो रही है परेशानी, वातानुकूलित कोच में जाएं या साधारण डिब्बे में
बीकानेर मंडल के ही लालगढ़-जैसलमेर-लालगढ़ (14703 तथा 14704) ट्रेन वाया राज्य में नया बना जिला फलोदी, रामदेवरा, पोकरण होती हुई जैसलमेर तक सफर करती है। जैसलमेर एक टूरिस्ट हब है। बीकानेर आने वाला लगभग हर देशी-विदेशी पर्यटक जैसलमेर जाता है और यह ट्रेन जैसलमेर तक चलती है। इस ट्रेन में मेन पॉवर (टिकट चेकिंग स्टाफ) के न होने से रेलवे को प्रतिदिन रेवेन्यू का घाटा झेलना पड़ रहा है। इस ट्रेन में मेन पॉवर (टिकट चेकिंग स्टाफ) के न होने से ट्रेन में प्रतिदिन यात्री सामान्य (जनरल) टिकट लेकर स्लीपर क्लास में सफर करता है और टिकट चेकिंग स्टाफ नहीं आने से रेलवे को प्रतिदिन रेवेन्यू का लोस होता है। यहां तक कि इस ट्रेन में यदि कोई यात्री वातानुकूलित (थर्ड एसी) या फिर स्लीपर क्लास में सफर करना चाहे तो बुकिंग भी नहीं हो सकती। जबकि यह ट्रेन जैसलमेर तक वाया रामदेवरा, पोकरण चलती है और वापिस वाया पोकरण, रामदेवरा होकर लालगढ़ आती है। बीकानेर से भी बड़ी संख्या में रामदेवरा में बाबा रामदेवजी की समाधि दर्शन के लिए लगभग हर वर्ग के लोग रामदेवरा जाते हैं उन्हें भी इस सुविधा से वंचित होना पड़ता है।