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डॉ राहुल प्रजेश ‘युवा इंजीनियर पुरस्‍कार 2023-24’ के लिए चयनित

सीएसआईआर-सीरी में सेमिकंडक्‍टर डिवाइसेज क्षेत्र में वैज्ञानिक हैं डॉ राहुल

पिलानी । सीएसआईआर-केंद्रीय इलेक्‍ट्रॉनिकी अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्‍थान (सीरी) के सेमिकंडक्‍टर शोध क्षेत्र में कार्यरत युवा वैज्ञानिक डॉ राहुल प्रजेश, प्रधान वैज्ञानिक का चयन वैज्ञानिकों एवं इंजीनियरों के प्रतिष्ठित ‘आईईआई यंग इंजीनियर्स अवार्ड 2023-24’ किया गया है। इस पुरस्‍कार के लिए डॉ प्रजेश का चयन इंजीनियरिंग क्षेत्र के इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स एंड टेलिकम्‍युनिकेशन डिविजन के लिए किया गया है। डॉ राहुल प्रजेश को यह पुरस्‍कार सुप्रसिद्ध एवं प्रतिष्ठित राष्‍ट्रीय संस्‍था इंस्‍टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) द्वारा राष्‍ट्रीय अधिवेशन में प्रदान किया जाएगा। इस पुरस्‍कार के अंतर्गत डॉ प्रजेश को स्‍मृति चिह्न स्‍वरूप प्‍लैक एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा ।

संस्‍थान के निदेशक डॉ पी सी पंचारिया तथा सेमिकंडक्‍टर सेंसर्स एंड माइक्रोसिस्‍टम्‍स ग्रुप के प्रमुख डॉ सुचंदन पाल सहित अन्‍य सहकर्मियों ने पुरस्‍कार जीतने पर खुशी व्‍यक्‍त की तथा डॉ राहुल प्रजेश को बधाई दी । गौरतलब है कि वैज्ञानिक शोध में उनके योगदान के लिए डॉ राहुल प्रजेश को वर्ष 2021 में इंस्‍टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) – राजस्‍थान द्वारा युवा शोधकर्ता सम्‍मान (यंग रिसर्चर अवार्ड) से भी पुरस्‍कृत किया जा चुका है।

डॉ राहुल प्रजेश का संक्षिप्‍त परिचय

वर्तमान पद : प्रधान वैज्ञानिक, सीएसआईआर-सीरी
शिक्षा : बी.टेक.(2010 में), एमटेक (2012 में) और पी एच डी(2018 में)
कार्यानुभव : 12 वर्ष (बहु-विषयक अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्र में)
प्रकाशन : अंतरराष्ट्रीय/राष्ट्रीय पत्रिकाओं और सम्मेलनों में 60 से अधिक शोध पत्र
संस्‍थाओं की सदस्‍यता : IEई (इंडिया), IEEE (भारत), IETE (भारत)

अनुसंधान रुचि के क्षेत्र : गैस सेंसर प्‍लैटफॉर्म्‍स , कैमिकल/बायोकैमिकल सेंसर्स, गैस सेंसिंग मेटीरियल्‍स, पीज़ो इलेक्‍ट्रिक मैटीरियल्‍स, तापमान सेंसर्स, मास एयर फ्लो सेंसर्स माइक्रो-नैनोटेक्‍नोलॉजी, सर्फेस कैरेक्‍टराइजेशन टेक्‍नीक्‍स आदि।

क्‍या है आई ई आई युवा इंजीनियर पुरस्‍कार – इंस्‍टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) द्वारा प्रदत्‍त युवा इंजीनियर अवार्ड अनुसंधान, प्रौद्योगिकी हस्‍तांतरण आदि उत्‍कृष्‍ट कार्यों में उल्‍लेखनीय योगदान देने वाले 35 वर्ष से कम आयुवर्ग के इंजीनियरों को दिया जाता है। पुरस्‍कार का उद्देश्‍य इन क्षेत्रों में उल्‍लेखनीय योगदान देने वाले इंजीनियरों को सम्‍मानित करना है। इसके अंतर्गत सभी 15 इंजीनियरिंग डिविजनों के विजेताओं को संस्‍था द्वारा आयोजित राष्‍ट्रीय अधिवेशन में सम्‍मानित किया जाता है।

क्‍या है आई ई (आई) – इंस्‍टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) [आईईआई] देश में इंजीनियरों की सबसे बड़ी व्‍यावसायिक संस्‍था है जिसकी स्‍थापना वर्ष 1920 में हुई। इसका मुख्‍यालय कोलकाता में है। विभिन्‍न अंतरराष्‍ट्रीय निकायों में भारत का प्रतिनिधित्‍व करने वाली देश की पहली व्‍यावसायिक संस्‍था भी है। इसे भारत सरकार के विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसधान संगठन (एसआईआरओ) द्वारा मान्‍यता प्राप्‍त है।

इस वर्ष इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स एंड टेलिकम्‍युनिकेशन डिविजन में सीएसआईआर-सीरी के प्रधान वैज्ञानिक डॉ राहुल प्रजेश के अलावा आईआईटी-कानपुर के सहायक प्रोफेसर डॉ तुषार बी. संधान और विक्रम साराभाई स्‍पेस सेंटर (इसरो) की वैज्ञानिक सुश्री प्रिया पी. भी युवा इंजीनियर पुरस्‍कार से सम्‍मानित किए जाएंगे।

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