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जुलाई 2018 से अनुपस्थित थी अध्यापिका, सेवाएं समाप्त

*जिला कलक्टर के निर्देश पर 71 अधिकारियों ने किया विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण*
*दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में भी परखी व्यवस्थाएं*

बीकानेर, 8 फरवरी। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल के निर्देशानुसार बुधवार को 71 अधिकारियों ने जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों के सरकारी कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया। सभी अधिकारियों द्वारा ग्राम पंचायत, स्कूल, स्वास्थ्य केन्द्र, आंगनबाड़ी केन्द्र, पशु चिकित्सा केन्द्र, पटवार मंडल और उचित मूल्य की दुकानों में विभिन्न व्यवस्थाएं देखी गई।
जिला कलक्टर ने बताया कि निरीक्षण के दौरान अधिकारियों द्वारा ग्राम पंचायत कार्यालय में कार्मिकों के मूवमेंट, पंचायत तक पहुंचने की सड़क की स्थिति, विद्युत आपूर्ति, जन्म मृत्यु पंजीयन, ग्राम सभाओं के आयोजन की स्थिति, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्वीकृत आवासों की स्थिति और मनरेगा के प्रगतिरत कार्यों के बारे में जाना।
आंगनबाड़ी केन्द्रों के माॅडल आंगनबाड़ी केन्द्र के रूप में तैयार होने, अतिकुपोषित और कुपोषित बच्चों की स्थिति, वजन मशीन, साफ-सफाई, पोषाहार, ममता बैग आदि का निरीक्षण किया।
इसी प्रकार स्वास्थ्य केन्द्रों में दवाओं, जांच और उपकरणों की स्थिति, लेबर रूम में एएनसी रजिस्ट्रेशन, एएनसी और पीएनसी चेकअप, वैक्सीनेशन, आरसीएव रजिस्ट्रेशन, मौसमी बीमारियों की स्थिति, स्टाफ की उपस्थिति, ओपीडी और आईपीडी, साफ-सफाई और भवनों की स्थिति का निरीक्षण किया।

पशु स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत स्टाफ, पशु उपचार, कृत्रिम गर्भाधान, टीकाकरण की स्थिति और लम्पी स्किन टीकाकरण की जानकारी ली। उचित मूल्य दुकानों में पाॅस मशीन की स्थिति, उपभोक्ताओं के वितरण संबंधित फीडबैक, दुकान के नियमित खुलने की स्थिति और स्टाॅक रजिस्टर के संधारण के बारे में जाना। वहीं पटवार मंडल के निरीक्षण के दौरान पटवारी के पदस्थापन, दिनचर्या बही, मासिक सारांश, आदेश पुस्तिका के संधारण, नक्शा लठ्ठा और गांवों के नक्शे की उपलब्धता की जानकारी ली।
उन्होंने बताया कि छात्रावासों के निरीक्षण के दौरान प्रवेश पंजिका, मूवमेंट रजिस्टर, उपस्थिति रजिस्टर, भंडार, मैस और आवासी पंजिका का निरीक्षण किया गया। वहीं विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान विद्यार्थियों और स्टाफ की स्थिति, मुख्यमंत्री निःशुल्क यूनिफाॅर्म वितरण, कक्षा-कक्ष, शौचालय, पेयजल, खेल मैदान, आईसीटी लैब आदि की जानकारी ली।

*इन अधिकारियों ने किया निरीक्षण*
जिला कलक्टर द्वारा 71 अधिकारियों को विभिन्न ग्राम पंचायतों में निरीक्षण के लिए अधिकृत किया गया। इनमें नगर निगम आयुक्त अरुण प्रकाश शर्मा ने नालबड़ी, एडीएम (प्रशासन) ओमप्रकाश ने रिड़मलसर पुरोहितान, एडीएम (सिटी) पंकज शर्मा ने जामसर, नगर विकास न्यास सचिव यशपाल आहूजा ने नौरंगदेसर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मोहम्मद अबरार पंवार ने 20 बीडी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के संयुक्त निदेशक एलडी पंवार ने शेरपुरा ग्राम पंचायतों का निरीक्षण किया। सभी अधिकारियों को प्रातः 10 बजे संबंधित ग्राम पंचायत में पहुंचने के निर्देश दिए गए थे। सभी अधिकारियों द्वारा निर्धारित प्रारूप में सूचना उपलब्ध करवाई जाएगी।

*उदयरामसर में जुलाई 2018 से अनुपस्थित थी अध्यापिका
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल द्वारा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय उदयरामसर का निरीक्षण किया गया। इस दौरान अध्यापिका शालू शर्मा का 13 जुलाई 2018 से स्वेच्छा से अनुपस्थित होना पाया गया। स्कूल के प्रधानाचार्य द्वारा इस संबंध में 19 जनवरी 2018, 18 अप्रैल 2018 और 8 फरवरी 2020 को स्पष्टीकरण चाहा गया और कार्यग्रहण के निर्देश दिए गए। इसके बाद 16 जुलाई 2020 को आरएसआर नियम के तहत नोटिस जारी करते हुए इसे शालू शर्मा के निवास पर चस्पा किया गया। इसी श्रृंखला में 13 अगस्त 2020 को समाचार पत्र में विज्ञापन प्रकाशित करवाया गया, लेकिन वह बुधवार तक वह उपस्थित नहीं हुई। इसके मद्देनजर 13 जुलाई 2018 से निरंतर सेवा से स्वेच्छा से अनुपस्थिति को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी (माशि) सुरेन्द्र सिंह भाटी द्वारा वित्त विभाग की अधिसूचना एवं आरएसआर नियम के तहत राज्य सेवा त्याग मानते हुए शालू शर्मा को राज्य सेवा से हटाने के आदेश जारी किए। जिला कलक्टर द्वारा निरीक्षण के दौरान कुछ विद्यार्थियों को मुख्यमंत्री बाल गोपाल येाजना के तहत दूध नहीं दिए जाने की शिकायत प्राप्त हुई। जिला कलक्टर ने इसे गंभीरता से लिया और निर्देश दिए कि भविष्य में इसकी पुनर्रावति नहीं हो।

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