BikanerBusinessEducationExclusive

बचत का सुरक्षित निवेश सबसे बड़ी जिम्मेदारी : पीयूष शंगारी

0
(0)

सुरक्षित निवेश के कई रास्ते अब समय के साथ खुल गए हैं – रामजी व्यास

बेसिक पी.जी. महाविद्यालय में बचत, निवेश और सुरक्षा विषय पर सेमिनार

बीकानेर । बेसिक पी.जी. महाविद्यालय में निवेशक जागरूकता, शिक्षा और संरक्षण पर युवाओं का एकदिवसीय प्रशिक्षण सह अभिविन्यास कार्यक्रम संपन्न हुआ। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित ने बताया कि विद्यार्थियों में निवेश जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य के साथ-साथ बचत और निवेश को लेकर आमजन को वित्तीय प्रबंधन की बारीकियों से अवगत कराने के उद्देश्य से यह एकदिवसीय प्रशिक्षण रखा गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पी.एस. इंवेस्टमेंट के फाउंडर एंड हैड पीयूष शंगारी मौजूद थे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता रामजी व्यास ने की। कार्यक्रम के प्रारंभ में महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष रामजी व्यास एवं प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित द्वारा पीयूष शंगारी को बुके भेंट करते हुए स्वागत किया गया।

इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पीयूष शंगारी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति अपनी गाढ़ी कमाई के बाद जब उसका सुरक्षित निवेश करना चाहता है तो वह बड़ी जिम्मेदारी और चुनौती के साथ बड़ा जोखिम भरा भी होता है। लेकिन अब समय के अनुरूप जिस तरह से हर व्यक्ति जागरूक होता जा रहा है, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह जागरूकता बजट की आदत डालने के साथ सुरक्षित निवेश की ओर भी बेहतर परिणाम ला रही है।

पीयूष शंगारी ने विद्यार्थियों को निवेश के संबंध में जानकारी के साथ-साथ यह भी बताया कि निवेश के लिए कई सारे रास्ते खुले है, चाहे फिर वह शेयर मार्केट में करना हो, गोल्ड में करना हो या फिर प्रॉपर्टी इत्यादी में इनवेस्ट कर सकते है, लेकिन इसमें सही गाइडेंस की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि हमेशा उन साधनों में निवेश करना चाहिए, जहां आपका पैसा सुरक्षित रहे और मंहगाई से ज्यादा रिटर्न मिले। ऐसे में आप शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड का रास्ता अपना सकते हैं। ध्यान रखें कि बिना किसी सलाहकार के खुद से निवेश का फैसला न करें। पिछले कुछ वर्षों में शेयर बाजार ने लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न दिया है।

पीयूष के अनुसार म्युचुअल फंड में निवेश के माध्यम से एसओपी या व्यवस्थित निवेश योजना में निवेश का एक तरीका है जिसमें व्यक्तियों को नियमित अंतराल पर छोटी मात्रा में निवेश करने की आवश्यकता होती है। एसआईपी के माध्यम से व्यक्ति विभिन्न उद्देश्यों को प्राप्त करने का प्रयास करता है जैसे कि घर खरीदना, वाहन खरीदना, सेवानिवृत्ति योजना। इसलिए एस आई पी को लक्ष्य-आधारित निवेश के रूप में भी जाना जाता है। व्यक्ति कम से कम 500 रुपए के न्यूनतम निवेश के साथ म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू कर सकते हैं। इस दौरान म्यूचुअल फंड की उपयोगिता पर खुले सत्र में चर्चा हुई एवं सामने आए विद्यार्थियों के जिज्ञासा भरे सवालों के जवाब भी पीयूष शंगारी ने दिए।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष रामजी व्यास ने छात्रों को संबोधित करते हुए बताया कि अगर आप लगातार पैसे छोटी बचत योजनाओं में जमा कर रहे हैं तो इसमें आपको लखपति बनाने की क्षमता है। ये कहने में छोटी बचत के लिए होता है लेकिन इस पर मिलने वाला ब्याज काफी अधिक होता है। जब बात फिक्स्ड डिपॉजिट या म्यूचुअल फंड की होती है तो कमाई करने के कई स्रोत एक साथ आ जाते हैं, साथ ही सुरक्षित निवेश के कई रास्ते अब समय के साथ खुल गए हैं।

कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय स्टाफ सदस्य डॉ. मुकेश ओझा, डॉ. रमेश पुरोहित, वासुदेव पंवार, डॉ. नमामिशंकर आचार्य, माधुरी पुरोहित, संध्या व्यास, प्रियंका देवड़ा, गणेश दास व्यास, जयप्रकाश, अर्चना व्यास, हिमांशु, शिवशंकर उपाध्याय, पंकज पाण्डे, महेन्द्र आचार्य आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा।

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating 0 / 5. Vote count: 0

No votes so far! Be the first to rate this post.

As you found this post useful...

Follow us on social media!

Leave a Reply