बुलंद हौसले का दूसरा नाम प्रेक्षा
बीकाणा की बेटी बनी मिसाल
बीकानेर, 29 सितम्बर। आज की महिला किसी भी क्षेत्र में पुरुषों के मुकाबले कम नहीं है। चाहे विमान उड़ाना हो या बीएसएफ में अथवा प्रशासनिक सेवा में चयन की बात, सभी क्षेत्र में महिलाओं ने अपनी क्षमता को साबित किया है। आज बीकानेर की बेटी ने भी यह बता दिया कि कोरोना से जंग जीतने के बाद प्लाज्मा डोनेट कर, बीकानेर को कोरोना से हारने नहीं देगी और प्लाज्मा डोनेट कर कोरोना की जंग में एक मजबूत सिपाही के रूप में डटी रहेगी।
यह बात हैं मंगलवार को पीबीएम अस्पताल के ब्लड बैंक में जब प्लाज्मा डोनेट करने पहुंची प्रेक्षा बोथरा की। प्रेक्षा विश्वास उनके चेहरे से झलक रहा था कि वह इस विश्वव्यापी महामारी में बीकानेर में कोरोना से स्वस्थ होने की संख्या में बढ़ोतरी करवाएगी। उसका आत्म विश्वास एक संदेश भी दे रहा था कि महिलाएं भी किसी भी क्षेत्र में पुरुषों के मुकाबले कम नहीं है।
बीकानेर की बेटी बीकानेर का मान
बीकानेर की प्रेक्षा बोथरा को 15 अगस्त को कोरोना से संक्रमित हुई थी। बीमारी से जीतने के बाद एक बार फिर से कोरोना ने उनके घर में दस्तक दी और प्रेक्षा की मां भी कोरोना पॉजिटिव हो गई। इस दौरान उनकी मां का स्वास्थ्य बिगड़ा और प्लाज्मा मिलने के बाद वह ठीक हो गई। उसी दिन प्रेक्षा, उसका भाई और अंकल अनिल कुमार बोथरा ने यह निश्चित किया कि आज हमारे परिवार में मां का स्वास्थ्य में इतनी जल्दी सुधरा हुआ है, इसके पीछे किसी प्लाज्मा डोनेटर का ही हाथ था। उसी समय हमने तय किया कि वे भी प्लाज्मा डोनेट करेंगे। अपनी इस भावना को मंगलवार को डॉ राजेंद्र बोथरा के समक्ष व्यक्त किया। प्रेक्षा डाॅ. बोथरा को साथ लेक ब्लड बैंक पहुंची और प्लाजमा डोनेट किया।
प्रेक्षा ने बताया की मां के स्वास्थ्य खराब होने के बाद ही हमने यह दृढ़ निश्चय कर लिया था कि भविष्य में भी किसी की मां बाप या बेटे का स्वास्थ्य खराब नहीं होने देंगे । वर्तमान में प्रेक्षा बोथरा महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय से एमए अंग्रेजी विषय में कर रही है। उसका भाई अरुण बोथरा एमबीए की पढ़ाई कर रहा है। इस तरह भाई-बहन ने अपने मजबूत रिश्ते के साथ अपने चाचा की उपस्थिति में तीनों ने ही प्लाज्मा डोनेट किया और एक नई मिसाल पेश करते हुए बीकानेर की पहली महिला प्लाज्मा डोनेटर बनने का गौरव हासिल किया।
22 यूनिट प्लाज्मा संग्रहित
पीबीएम अस्पताल के ब्लड बैंक के प्रभारी डाॅ देवराज आर्य ने बताया कि अब तक सुपर स्पेशलिटी सेंटर में काॅविड-19 के 110 रोगियों के प्लाज्मा चढ़ाया गया है और उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में बैंक में 22 यूनिट प्लाज्मा संग्रहित है।