21 जून से 178 दिन तक भारत और पूरे विश्व के लिए परीक्षा की घड़ी
बीकानेर। कंकणाकृति सूर्य ग्रहण
21 जून 2020 को सुबह 10 बजकर 10 मिनट से 1 बजकर 40 मिनट तक। ग्रहण का सूतक 20 जून को रात्रि 10 बजकर 10 मिनट से मान्य होगा। ज्योतिषाचार्य पंडित गिरवर प्रसाद बिस्सा के अनुसार 21 जून से 178 दिन तक भारत और पूरे विश्व के लिए परीक्षा की घड़ी का योग है।

21 जून 2020 रविवार को मृगशिरा और आर्द्रा नक्षत्र पर कंकणाकृति सूर्य ग्रहण प्रातः 10 बजकर 10 मिंट से आरम्भ होकर दोपहर 1 बजकर 40 मिंट पर मोक्ष काल होगा ।
चूंकि यह सूर्य ग्रहण रविवार को हो रहा है अतः इसे चूड़ा मणी ग्रहण की संज्ञा दी गई है ।
ग्रहण का सूतक 20 जून को रात्रि 10 बजकर 10 मिंट से मान्य होगा ।
ग्रहण प्रारम्भ के समय सिंह लग्न होगा तथा 12 बजकर 15 मिंट से कन्या लग्न आ जाएगा। सिंह लग्न के ग्रहानुसार कालसर्पयोग और लग्न का स्वामी सूर्य और चंद्र दोनो निर्बल हो गए है । इसलिए शासन प्रशासन द्वारा जनहित में लिये निर्णय नाकाफी सिद्ध होंगे । देश की सामाजिक, आर्थिक और धार्मिक व्यवस्था चरमरा जाएगी ।
देश मे महामारी और प्रकृति के प्रकोप से बड़ी क्षति का योग बन रहा है । सभी प्रयास विफल होंगे । आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ेगा ।
सीमा क्षेत्र में तनाव , बाजार में तेजी, भूकम्प और किसी सुनामी से परेशानी का योग बन रहा है ।
चूंकि सूर्य ग्रहण मृगशिरा ओर आद्रा नक्षत्र पर होगा इसलिए इन नक्षत्रों में जन्मे जातको मिथुन राशि वालो के लिए ज्यादा कष्ट कारी साबित होगा ।
सूर्य ग्रहण का निम्न राशियों पर प्रभाव
😇 मेष ,सिंह , कन्या ओर मकर राशिवालों के लिए शुभ फलदायी रहेगा ।
😐 वृष ,तुला धनु ओर मीन राशिवालों के लिए शुभ और अशुभ दोनो फल मिलेंगे ।
😒 मिथुन ,कर्क , वृश्चिक ओर मीन राशिवालों के लिए यह ग्रहण विशेष परेशानी कारक है । शारीरिक ,मानसिक ,आर्थिक और पारिवारिक समस्याए रहेगी ।

जिन राशिवालों के ग्रहण से पीड़ा का योग बन रहा है वे निम्न उपाय करें
◼️ग्रहण के समय शिव आराधना करें और गायों को गुड़ दे ।
◼️ग्रहण समय मे घर पर सरसों तेल का दीपक अंत तक चालू रखे ।
◼️ ग्रहण के पश्चात नहाधोकर गायों को पालक डाले
◼️ 4 तीन माह तक महामृत्यंजय का जप करे ।