साइबर थाना बीकानेर की बड़ी कार्रवाई — अंतरराज्यीय साइबर ठगी गिरोह का सदस्य सरकारी कर्मचारी गिरफ्तार, 5 करोड़ की ठगी का खुलासा

बीकानेर। मुख्यालय राजस्थान जयपुर द्वारा साइबर फ्रॉड के बढ़ते मामलों को देखते हुए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत पुलिस थाना साइबर बीकानेर ने अंतरराज्यीय साइबर ठगी गिरोह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने गिरोह के एक प्रमुख सदस्य तथा पीडब्ल्यूडी लूणकरणसर में वरिष्ठ लिपिक के पद पर कार्यरत सरकारी कर्मचारी राकेश बिश्नोई निवासी गोडू (थाना बज्जू) को गिरफ्तार किया है।
प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी राकेश बिश्नोई फैक्ट्री में काम करने वाले गरीब मजदूरों को पोस्ट ऑफिस व अन्य बैंकों में “खाता खोलने का टारगेट” और “कमीशन स्कीम” का झांसा देकर उनके आधार कार्ड, पैन कार्ड एवं बायोमैट्रिक अंगूठे का दुरुपयोग करता था। मजदूरों के नाम पर धोखाधड़ीपूर्वक खोले गए इन बैंक खातों में देशभर के विभिन्न राज्यों में की गई साइबर ठगी की राशि जमा करवाई जाती थी, जिसे बाद में आरोपी गैंग के साथ मिलकर नकद निकाल लेता था।
अब तक इन खातों में लगभग 5 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की शिकायतें दर्ज बताई जा रही हैं। पुलिस का मानना है कि गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ में गैंग के अन्य सदस्यों की भूमिका भी संदिग्ध है और कई और वारदातों के खुलासे की संभावना है। टीमें अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए संभावित स्थानों पर दबिश दे रही हैं।
वारदात का तरीका (Modus Operandi)
आरोपी राकेश बिश्नोई और उसके साथी फैक्ट्रियों में काम करने वाले गरीब मजदूरों को टारगेट व कमीशन का लालच देते।
मजदूरों से आधार कार्ड, पैन कार्ड और बायोमैट्रिक अंगूठे के निशान लेकर बैंक खाते खुलवाते।
इन खातों में देश के विभिन्न राज्यों में की गई साइबर ठगी की राशि स्थानांतरित की जाती।
गिरोह इन खातों से करोड़ों रुपये निकालकर ठगी को अंजाम देता था।
गिरफ्तार आरोपी
राकेश बिश्नोई पुत्र बनवारी लाल
निवासी — गोडू, थाना बज्जू, बीकानेर
वर्तमान पद — वरिष्ठ लिपिक, पीडब्ल्यूडी लूणकरणसर
कार्यवाही करने वाली टीम
रमेश कुमार सर्वटा, पुनि (थानाधिकारी साइबर)
रामधन कानि (1217)
सुभाष कानि (1167)
श्रीराम कानि (1648)
प्रदीप कानि (1132)
पुलिस अधीक्षक की अपील
पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सिंह सागर, IPS ने आमजन से अपील की है कि किसी भी लालच में आकर अपनी निजी सूचना, बैंक डिटेल्स, ओटीपी, बैंक खाता या आधार से जुड़ी जानकारी किसी अजनबी से साझा न करें।
यदि किसी के साथ साइबर फ्रॉड होता है तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज करवाएँ।

