नैतिकता से ही मिलेगा कारोबार को नया आयाम : मुनि कमल कुमार
बीकानेर। “कारोबार में नैतिकता ही सफलता का मूल मंत्र है” — यह विचार अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य महाश्रमण के आज्ञानुवर्ती तपोमूर्ति मुनि श्री कमल कुमार ने रविवार को गंगाशहर के तेरापंथ भवन में व्यक्त किए। बीकानेर जिला उद्योग संघ के नेतृत्व में “उद्योग एवं व्यापार: एक सच्ची सेवा” विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें बीकानेर के प्रमुख उद्योगपतियों और व्यापारियों ने भाग लिया।

मुनि श्री ने कहा कि बीकानेर ने व्यापारिक दृष्टि से देश-विदेश में अपनी अलग पहचान बनाई है, और इस पहचान को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक है कि नई पीढ़ी को नैतिकता, पारदर्शिता और जिम्मेदारी की शिक्षा दी जाए। उन्होंने बताया कि एक सफल व्यापारी वही होता है जिसकी वाणी मधुर हो और जो अपने लाभ के लिए किसी और को नुकसान न पहुँचाए।
इस अवसर पर उद्योग विभाग से सेवानिवृत्त आर.के. सेठिया ने कहा कि सफलता के लिए शांत मस्तिष्क, मीठी वाणी और कर्मचारियों के प्रति प्रेम-सम्मान आवश्यक है। उद्योगपति कन्हैयालाल बोथरा ने व्यापारियों को देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताया और उनके योगदान को रेखांकित किया। गणेश बोथरा ने व्यापार में नैतिकता को दीर्घकालिक सफलता की कुंजी बताया।
बीकानेर जिला उद्योग संघ अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने कहा कि यदि हर उद्योगपति समाज से कमाए धन का एक अंश समाज को वापस लौटाए, तो यह जिले, राज्य और देश की तस्वीर बदल सकता है। उन्होंने व्यापारियों और उद्योगपतियों को संगठित होकर कार्य करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम का संचालन विमल सिंह चौरड़िया ने किया। इस अवसर पर लूणकरण छाजेड़, श्यामसुंदर सोनी, नरेश मित्तल, नारायण चोपड़ा, महेश कोठारी, जय कुमार भंसाली, रमेश सिंघी, विनोद बाफना, किशनलाल बोथरा, भंवरलाल चांडक, कुन्दनमल बोहरा, ईश्वरचंद बोथरा, निर्मल पारख, कांतिलाल भूरा, महावीर दफ्तरी, विनोद जोशी, अभिमन्यु जाजड़ा सहित अनेक गणमान्य उद्योगपति उपस्थित रहे।