वेयरहाउस को मिला उद्योग का दर्जा, लेकिन रीको की पेचीदगियों में उलझे उद्यमी
उद्योगमंत्री को भेजे पत्र में बीकानेर जिला उद्योग संघ ने जताई चिंता, नियमों में सुधार की मांग
बीकानेर। राजस्थान सरकार द्वारा वेयरहाउस को उद्योग का दर्जा दिए जाने के ऐतिहासिक निर्णय के बावजूद यह लाभ वास्तविक धरातल पर उतरता नहीं दिख रहा। रीको (राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन) की जटिल प्रक्रियाओं और पारदर्शिता की कमी के चलते कई उद्यमी वेयरहाउस प्रोजेक्ट्स को शुरू नहीं कर पा रहे हैं।



बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया एवं सचिव वीरेंद्र किराडू ने उद्योगमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को पत्र भेजकर इस मुद्दे पर चिंता जताई है। उन्होंने बताया कि एक ओर राज्य सरकार निवेश और रोजगार बढ़ाने के लिए वेयरहाउसिंग को प्रोत्साहित कर रही है, वहीं दूसरी ओर रीको के नियम खुद में ही उलझे हुए हैं, जिससे उद्यमियों को भूमि उपयोग, निर्माण स्वीकृति और प्रशासनिक मंजूरियों में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
संघ पदाधिकारियों ने पत्र में आग्रह किया है कि रीको के नियमों में आवश्यक सुधार कर वेयरहाउस को उद्योग के रूप में व्यावहारिक रूप से लागू किया जाए। इससे राज्य में लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग सेक्टर को वास्तविक प्रोत्साहन मिलेगा और रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।