योग: शरीर को स्वस्थ और आत्मा को जागृत करने का साधन
महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय में योग पर व्याख्यान माला का आयोजन
बीकानेर। महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के योग विभाग द्वारा कुलपति डॉ. मनोज दीक्षित के निर्देशन में आज “योग” विषय पर एक व्याख्यान माला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों की उपस्थिति में योग को बढ़ावा देने के लिए विशेष चर्चा की गई।
कार्यक्रम से पूर्व कुलपति डॉ. मनोज दीक्षित ने अपने कार्यालय में निमंत्रित अतिथियों के साथ योग विषय पर बैठक की। इस बैठक में डॉ. दीक्षित ने योग दर्शन को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर दिया और इसे देशहित में अति आवश्यक समझते हुए अपने संकल्प को दोहराया।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ होलीस्टिक हेल्थ (NIH), दिल्ली के चेयरमेन डॉ. विनोद कश्यप ने योग के शारीरिक और आध्यात्मिक लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि योग न केवल शारीरिक व्यायाम है, बल्कि यह आत्मिक शक्ति को भी जागृत करता है।
विशिष्ट अतिथि के रूप में राजस्थान प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र, बीकानेर की सुप्रसिद्ध चिकित्सा अधिकारी व योगाचार्य डॉ. वत्सला गुप्ता ने भारतीय चिकित्सा पद्धतियों में प्राकृतिक चिकित्सा और योग के परिपूरक संबंधों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि योग और प्राकृतिक चिकित्सा अपनाने से सम्पूर्ण स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
कार्यक्रम में अतिथि योगाचार्य रतन ताम्बोली ने नियमित योग अभ्यास के माध्यम से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने का आग्रह किया।
योगा फैकल्टी की विभागाध्यक्ष डॉ. सीमा शर्मा ने सभी अतिथियों को शॉल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में योगा विद्यार्थियों पूजा यथा आरती, ईशा शर्मा, नीलम गर्ग, शुभांगी सुथार, अजय धवल, तरुण झा, और जेठाराम प्रजापत ने संगीतमय योगासन प्रदर्शन कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. धर्मेश हरवानी ने किया और व्यवस्थापन हितेन्द्र मारू ने संभाला। इस अवसर पर खेल विभाग के डॉ. यशवंत सिंह की उपस्थिति सराहनीय रही।