डीएमएफटी फंड स्वीकृति के बाद काम शुरू नहीं हुए कार्यों की सूची दें-मेहता
– डीएमएफटी की बैठक में दिए निर्देश
बीकानेर, 4 फरवरी। जिला मजिस्टेªट नमित मेहता ने कहा कि डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) के माध्यम से विभिन्न विभागों में निर्माण कार्य के लिए आवंटित धनराशि में से जिन विभागों में कार्य प्रारंभ नहीं किए गए हैं, उन सभी कार्यों की सूची जिला स्तरीय कमेटी की बैठक में प्रस्तुत की जाएं।
जिला मजिस्टेªट एवं डीएमएफटी अध्यक्ष मेहता ने गुरुवार को डिस्ट्रिक्ट मंडल फाउंडेशन ट्रस्ट जिला स्तरीय बैठक में यह बात कही। उन्होंने कहा कि जिन कार्यों की वित्तीय स्वीकृति जारी होने के बाद आज दिनांक तक निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं किए हैं उन्हें निरस्त करवाने की कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि अगर कोई कार्य तकनीकी कारण से अथवा किसी अन्य कारण से फिजीबल ना होने के चलते प्रारंभ नहीं हुआ है तो ऐसे कार्यों को निरस्त किए जाएं ताकि उनकी जगह अन्य जरूरत के कार्य स्वीकृत किए जा सकें।
सामाजिक सुविधाओं के कार्य भी होंगे स्वीकृत
मेहता ने कहा कि जो कार्य फिजीबल नहीं है उनकी जगह जिले के खनन प्रभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त कार्यों के तहत शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी, पर्यावरण जैसे विभिन्न विकास कार्य क्षेत्र में करवाए जा सके। उन्होंने कहा कि डीएमएफटी के माध्यम से आधारभूत सुविधाओं के साथ-साथ शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी अन्य सामाजिक सुविधाएं भी उपलब्ध करवाना डीएमएफटी की प्राथमिकताओं में शामिल है। श्रमिक और अन्य लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो इसके लिए सिटी डिस्पेंसरी नंबर 6 में आधारभूत सुविधाओं के विकास पर एक बड़ी धनराशि दी जाएगी। इसके लिए चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग तकमीना बनाकर तत्काल प्रस्तुत करें ताकि धनराशि स्वीकृति जारी की जा सके । उन्होंने कहा कि जो कार्य आमजन की जरूरत को देखते हुए आवश्यक है और इन क्षेत्रों में अन्य किसी योजना एवं संसाधन से पैसा उपलब्ध नहीं हो सकता है,उनके लिए डीएमएफटी द्वारा आर्थिक संसाधन उपलब्ध करवाए जाते हैं।
दो दिन में जिला परिषद दें सूची
मेहता ने कहा कि जिला परिषद द्वारा भी कुछ कार्य डीएमएफटी के माध्यम से होने थे। अतः जिला परिषद अपने स्तर पर होने वाले कार्यों के साथ-साथ विभिन्न पंचायत समिति के माध्यम से होने वाले समस्त कार्यों की सूची बनाकर 2 दिन में प्रस्तुत करें तथा जो कार्य प्रारंभ नहीं हुए हैं उन्हें निरस्त कराने के प्रस्ताव तथा जो कार्य प्रारंभ हो गए हैं उनको गुणवत्ता के साथ समय पर पूर्ण करने होंगे तथा पृथक-पृथक कार्य की सूची भी उपलब्ध करवानी होगी कि कार्य कब तक पूर्ण हो जाएंगे।
अध्यक्ष डीएमएफटी मेहता ने सार्वजनिक निर्माण विभाग और जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अभियंताओं को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने विभाग द्वारा डीएमएफटी के माध्यम से कराए जाने वाले विकास कार्यों की सूची अगले 3 दिन में उपलब्ध करवाएं। कार्यों की लागत 5 करोड़ से अधिक नहीं हो यह भी सुनिश्चित कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि जिन कार्यों को डीएमएफटी के माध्यम से करवाने हैं उनके प्रस्ताव बनाने से पूर्व दोनों ही विभाग जिस क्षेत्र में यह कार्य होने हैं उस क्षेत्र के जनप्रतिनिधि या विधायक से भी चर्चा कर कार्य स्वीकृत करवा लें।
नवाचारों व विकास के प्रस्ताव बनाएं
डीएमएफटी अध्यक्ष ने कहा कि विभिन्न नवाचारों व विकास कार्यों के लिए प्रस्ताव बना कर प्रस्तुत किए जाएं। माइनिंग क्षेत्रों में संचालित हो रहे राजकीय स्कूलों में जनसहभागिता योजना के तहत कार्य करवाए जाएंगे। इन कार्यों में स्थानीय भागीदारी के साथ-साथ डीएफएफटी की ओर से सहायता दी जाएगी। इसके तहत कम्प्यूटर लैब का विकास जैसे कार्य किए जाएंगे।
मेडिकल कॉलेज में बनने वाले भवन के लिए भी राशि होगी स्वीकृत अध्यक्ष व जिला मजिस्ट्रेट ने खान विभाग के अभियंता को निर्देश दिए कि सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज से संबद्ध पीबीएम अस्पताल परिसर में ऊर्जा जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री द्वारा दिए गए प्रस्ताव के तहत संक्रामक रोग रोकथाम अस्पताल का निर्माण होना है, इस अस्पताल के लिए विधायक डाॅ. बी डी कल्ला द्वारा एक करोड़ रुपए दिए जाएंगे। भवन , अन्य संसाधन और आधारभूत सुविधाओं के लिए एक बड़ी धनराशि डीएमएफटी से स्वीकृत की जाए। इसके लिए खनन अभियंता कॉलेज प्राचार्य से बातचीत कर पूरा तकमीना बनाकर प्रस्तुत करें ताकि संक्रमण रोकथाम के लिए बनने वाले अस्पताल के भवन का कार्य समय पर प्रारंभ किया जा सके। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) अरुण प्रकाश शर्मा सहित, खान, चिकित्सा, स्वास्थ्य जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी और जोधपुर विद्युत वितरण निगम के अभियंता उपस्थित थे।