वल्लभ गार्डन चौराहा: शीघ्र हो क्षतिग्रस्त पुल का निर्माण, भूमि टेस्टिंग के बाद ही खडे़ करें पिलर-मेहता, Vallabh Garden Square: Construction of damaged bridge soon, Pilar should stand only after land testing -Mehta
बीकानेर, 12 जनवरी। जिला कलक्टर व अध्यक्ष नगर विकास न्यास नमित मेहता ने कहा कि वल्लभ गार्डन चैराहे के पास क्षतिग्रस्त पुल का न्यास शीघ निर्माण कार्य प्रारंभ करवाएं।
क्षतिग्रस्त पुल का मंगलवार को मौका मुआयना करने के बाद मेहता ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए यह बात कही। मेहता ने कहा कि नई सीवरेज लाइन अब पुल के नीचे से ना डाली जाए। मेहता ने कहा कि नगर निगम इसका तकमीना बनाकर कार्य प्रारंभ कर दें जिससे कि आमजन को परेशानी ना हो साथ ही जब तक पुल का निर्माण होता है तब तक सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए जाए।
उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त पुल का निर्माण शीघ्र प्रारंभ किया जाए तथा इसकी चैड़ाई वर्तमान की तुलना में थोड़ा बढ़ाकर पुल बनाया जाए ताकि यातायात और सुगम हो सके। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पुल के नीचे से जो सीवरेज लाइन गुजर रही है जिसके टूटने से यह पुल क्षतिग्रस्त हुआ है उस लाइन को अब पिल्लर के माध्यम से ओपन रखा जाए व पुलिया के पास से ही एक नई लाईन डाली जाए और यह पूरी लाइन पुलिया के बराबर निकले। मेहता ने कहा कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि संपूर्ण लाइन खुले में होनी चाहिए तथा पाइपलाइन पूरी तरह सुरक्षित रहे, इसके लिए पुल के पास से पिलर का सपोर्ट देकर पाइपलाइन को खुले में ही रखा जाए ताकि भविष्य में अगर कभी पाइप लाइन में किसी तरह की दिक्कत या लिकेज हो तो उसे दुरुस्त करने में आसानी रहे।
डायवर्जन लाइन का कार्य भी शीघ्र हो
जिला कलक्टर ने न्यास व निगम के अभियंताओं को निर्देश दिए कि पुलिया के पास जाते हुए जो लाइन डैमेज हुई है उसके काफी पीछे से एक डायवर्जन लाइन पृथक से डाली जाए और उसका मिलान आगे तक कर दिया जाए जिससे कि पुल के निर्माण करने तक यहां पानी से हुए नुकसान अथवा पानी के कारण जो जमीन वर्तमान में काफी गीली हो गई है वह भी सूख जाए और निर्माण कार्य पूर्ण गुणवत्ता के साथ शीघ्र हो सके।
सुरक्षा के पूर्ण बंदोबस्त हो
जिला कलक्टर ने दोनों विभाग के अभियंताओं को सख्त निर्देश दिए कि जब तक पुल और सीवरेज लाइन का निर्माण कार्य पूर्ण होता है और पुलिया यातायात के लिए खोला जाता है तब तक सुरक्षा के पूर्ण बंदोबस्त किए जाए। उन्होंने कहा कि पुल के दोनों तरफ बैरियर इस तरह से लगाएं कि छोटे और बड़े वाहनों का आवागमन न हो सके साथ ही उन्होंने न्यास सचिव को निर्देश दिए कि वे पुलिस के साथ बातचीत कर यहां यातायात पुलिस की भी व्यवस्था करें ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना घटित ना हो।
अतिक्रमण हटाए तथा पिलर के निर्माण के लिए भूमि की हो टेस्टिंग
जिला कलक्टर ने निगम और न्यास के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पुल के दोनों तरफ कुछ अतिक्रमण हो रखे हैं इन्हें तुरंत प्रभाव से हटाया जाए। अतिक्रमण के कारण पुल के नीचे से गुजरने वाले पानी में रुकावट आती है और भविष्य में इस रुके हुए पानी के कारण भी पुल को नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हटाने से पानी का बहाव निर्बाध रूप से चलता रहेगा। उन्होंने दोनों विभाग के अभियंताओं को कहा कि सीवरेज के लिए बनने वाले पिलर तथा पुल के निर्माण के समय जमीन की टेस्टिंग भी कर ली जाए कि इस भूमि पर पिलर का निर्माण किया जाना तकनीकी रूप से उचित रहेगा या नहीं। निरीक्षण के दौरान नगर विकास न्यास सचिव नरेंद्र सिंह राजपुरोहित, आयुक्त नगर निगम पंकज शर्मा, नगर निगम के अधीक्षण अभियंता ललित ओझा तथा नगर विकास न्यास के एस. ई. संजय माथुर उपस्थित थे।