BikanerEducationExclusiveRajasthanSports

रंगों से स्पोर्ट्स स्कूल की सूरत संवारने में जुटे व्याख्याता रंगा

– 18 नायाब पेंटिंग बनाकर पलट दी स्कूल की काया

बीकानेर। कोरोना काल में जहां एक तरफ विद्यालयों में शिक्षण कार्य नही हो रहा है वहीं शिक्षक समय का सदुपयोग करते हुए विद्यालय की दशा सुधारने में लगे हैं। ऐसे ही एक शिक्षक सुनिल दत्त रंगा,जो राजस्थान की एकमात्र विशिष्ट खेल विद्यालय रा.सादुल स्पोर्ट्स स्कूल में चित्रकला व्याख्याता पद पर कार्यरत है। रंगा ने अपनी मेहनत व लगन से विद्यालय परिसर की सामान्य गैलेरी को चित्रित कर स्पोर्ट्स आर्ट गैलरी में बदल दिया। रंगा ने कोरोना काल में विद्यालय परिसर गैलरी की दीवारों पर स्कूल में संचालित खेल, योगा एवं खेल के प्रति जागरूकता से सम्बंधित कुल 18 पेंटिंग बनाकर स्कूल की काया पलट दी।

अनेक प्रतियोगिताओं में रंगा के हुनर को मिला सम्मान

सुनिल दत्त रंगा ने बताया कि स्कूल में चित्रांकन की प्रेरणा भूतपूर्व प्रधानाचार्य जुगल किशोर हर्ष, उप प्रधानाचार्य अजयपाल सिंह शेखावत व आवासीय गृहपति मोहनलाल जीनगर से मिली।
गौरतलब है कि सुनील दत्त रंगा ने कई राज्य स्तरीय एवं जिला स्तरीय प्रतियोगिता एवं कला प्रदर्शनी में भागीदारी निभाई। इनकी कलाकृतियां ललितकला अकादमी की वार्षिक कला प्रदर्शनी में प्रदर्शित हो चुकी है एवं रंगा कला मेले में भी पुरस्कृत हुए है। रंगा को जिला कलक्टर राजसमंद पी. सी. बेरवाल द्वारा एवं 15 अगस्त 2019 को एसडीएम भीम, राजसमंद द्वारा उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। सुनिल दत्त रंगा कई जिला एवं राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओ में निर्णायक की भूमिका निभा चुके है।

शिक्षा निदेशक ने कहा प्रेरणादायक है रंगा की पहल

गत दिनों स्कूल निरीक्षण पर आए माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने चित्रों को देखकर प्रशंसा की साथ ही उन्होंने कहा कि रंगा की पहल हर किसी के लिए प्रेरणादायक है। स्कूल के प्रधानाचार्य रमेश कुमार हर्ष ने बताया कि सुनिल दत्त रंगा स्कूल के युवा व्याख्याता है , जो सकारात्मक विचार रखते हुए विद्यालय विकास में पूर्ण मनोयोग से लगे हुए है। कोरोना काल के खाली समय का इससे अच्छा सदुपयोग नहीं हो सकता था। बता दें कि सुनिल दत्त रंगा द्वारा बनाए गए कलात्मक चित्र बेहद ही लुभावने जान पड़ते हैं । इनके अनेक चित्रों में रंगों का खास संयोजन ऐसा प्रभाव उत्पन्न करता कि जैसे चित्र बोल उठेंगे। निश्चित तौर पर रंगा की रंगत और संगत से राजस्थान के खेल जगत को एक नई जान और दिशा मिलेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *