पांच सूत्री मांगों की टी शर्ट पहन मंत्रालयिक कार्मिकों ने दिया धरना
– अखिल राजस्थान संयुक्त मंत्रालयिक कर्मचारी संघ ने जिला कलेक्टर के आगे अनूठा धरना प्रदर्शन
बीकानेर। अखिल राजस्थान संयुक्त मंत्रालयिक कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष मनीष विधानी के नेतृत्व में जिला कलक्टर बीकानेर के समक्ष संघ के पदाधिकारियों द्वारा 1 दिन का सांकेतिक धरना दिया गया। इस धरने में संघ के मांग पत्र पर राज्य सरकार द्वारा कोई निर्णय नहीं लेने के विरोध में चार व्यक्ति की गाइडलाइन की पालना करते हुए धरने पर बैठे। इनमें मनीष विधानी, जितेन्द्र गहलोत, विक्रम जोशी व देवेन्द्र प्रसाद व्यास शामिल थे।


प्रदेश अध्यक्ष मनीष विधानी ने बताया कि सरकार के द्वारा मंत्रालयिक कर्मचारियों की मांगों पर कोई प्रतिकूल निर्णय नहीं होने पर संघ के पदाधिकारी, जिला कलेक्टर बीकानेर के सामने मांगो की टीशर्ट पहनकर धरने पर बैठे । संघ की प्रमुख पांच मांगे हैं।- कनिष्ठ सहायको को विशेष समर का दर्जा देते हुए, उनकी ग्रेड पर 3600
की जाए। - मंत्रालयिक कर्मचारियों सचिवालय सम्मान वेतन भत्ते पदोन्नति अवसर दिया जाए।
3 , 30.10.17 की वेतन कटौती वापस ली जाए। - नवनियुक्त कनिष्ठ साहयको की परिवेदना निस्तारण जल्द हो
- बोनस की स्वीकृति शीघ्र ही जा रही हो।
परंतु सरकार द्वारा इन मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है सरकार अपने वादे भूल चुकी है वर्तमान सरकार के दो महानुभाव ने कर्मचारियों से वादा किया था कि वह उनकी सरकार बनते की मांगों पर सुध लेगी , परंतु सरकार कर्मचारियों से मुंह फेर चुकी है, सरकार ग्रेड पे 3600 को युक्तिसंगत नहीं बताती है विधानी ने बताया कि जबकि अध्यापक लेवल वन का ग्रेड पे 3600 और उनकी योग्यता भी सीनियर प्लस एसटीसी, पुस्तकालय का ग्रेड पे 3600 उनकी योग्यता भी सीनियर + एलआईबी कोर्स है है और प्रयोगशाला सहायक का ग्रेड पे 2800 है और उनकी भी योग्यता सीनियर है, तो कनिष्ठ साहयको का ग्रेड पे 3600 क्यों युक्तिसंगत नहीं है, इसलिए कनिष्ठ सहायकों का ग्रेड पे 3600 पूर्ण रूप से युक्तिसंगत है। सरकार को जल्द से जल्द मंत्रालयिक कर्मचारियों की मांगों को मानना चाहिए, अन्यथा मंत्रालयिक कर्मचारी बड़ा आंदोलन करेंगे, किसी भी वक्त वह पेन डाउन हड़ताल की घोषणा कर सकते हैं। धरना स्थल पर रविंद्र पुरोहित , कमल नयन सिंह, नारायण मोदी, अख्तर अली, मधुसूदन सिंह, मिथुन लाल गुप्ता, तरुण मोदी ने समर्थन देखकर धरनार्थियों की हौसला अफजाई की।