ईसीबी के छात्र का एक और नवाचार, बनाया “ड्रिंक एंड ड्राइविंग पहचान उपकरण”
– अब लगेगी शराब पीकर गाडी चलाने वालों पर लगाम, ये उपकरण बचाएगा इससे होने वाले हादसों से
बीकानेर। अभियांत्रिकी महाविद्यालय बीकानेर के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के चतुर्थ वर्ष में अध्ययनरत छात्र गिरीश कुमार जाट ने नवाचार कर ड्रिंक एंड ड्राइविंग करने वाले व्यक्तियों की पहचान के लिए एक उपकरण तैयार किया है। यह उपकरण शराब की मौजूदगी होने पर परिवार के किसी सदस्य या पुलिस कंट्रोल रूम या किसी भी अधिकृत नंबर पर संदेश या कॉल कर सकता है। गिरीश के इस प्रोजेक्ट के निरीक्षक एवं विद्युत विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ विकास शर्मा ने बताया कि इससे शराब पी कर गाड़ी चलाने वाले लोगों पर लगाम कसी जा सकती है और इससे होने वाले हादसों से भी बचा जा सकता है।
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छात्र गिरीश कुमार जाट ने बताया कि इस उपकरण के माध्यम से जब भी कोई व्यक्ति शराब पी कर गाड़ी में बैठेगा तो कुछ ही सेकंड में इस डिवाइस में लगा सेंसर एक्टिव हो जाएगा, अल्कोहॉल की मात्रा निर्धारित दायरे से बाहर जाने पर यह उपकरण स्वचालित रूप से संदेश या कॉल के जरिए अधिकृत व्यक्ति या समुदाय को सचेत कर देगा। संदेश भेजने के लिए इसमें एक 2-जी जी.एस.एम. मॉड्यूल लगा है, जो कहीं भी रहते हुए अन्य व्यक्तियों को अलर्ट कर सकता है। साथ ही इसमें एक एल.सी.डी. स्क्रीन भी लगा है जो की अल्कोहोल की मात्रा बताएगा।
इस उपकरण को गाड़ियों के अलावा फैक्ट्री, घर या किसी भी जगह लगाया जा सकता है, क्योंकि ये शराब के साथ-साथ धुएं का भी पता लगा सकता है, जो कि आग लगने का अलर्ट आपको भेज सकता है। यह उपकरण हानिकारक गैस जैसे अमोनिया, नाइट्रोजन एवं कार्बन डाइऑक्साइड का भी पता लगा सकता है। यह विशेषताएं इसे अन्य उपकरणों से अलग बनाती है।