राज्य सरकार के जबरन वेतन कटौती के विरोध में महासंघ का विरोध प्रदर्शन
बीकानेर। अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के प्रान्तीय आहवान पर सोमवार 31 अगस्त 2020 को जिला मुख्यालयों पर राज्य कर्मचारियों के वेतन से प्रतिमाह एक दिन के वेतन की कटौती प्रस्ताव के विरोध में बीकानेर में जिला कलेक्ट्रेट पर महासंघ से जुड़े घटक संगठनों के कर्मचारी नेताओ ने विरोध प्रदर्शन करते हुए जिला कलक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भिजवाया गया।
संयुक्त महासंघ के जिलाध्यक्ष पृथ्वीराज लेघा ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा कर्मचारियों पर किये जा रहे आर्थिक हमलों के कारण एवं कर्मचारी विरोधी नीतियों के कारण कर्मचारी जगत में भारी आक्रोश है। राज्य सरकार द्वारा कर्मचारियों के वेतन से प्रतिमाह एक दिन की प्रस्तावित वेतन कटौती का सभी कर्मचारी पुरजोर विरोध करते हैं। जबकि सरकार ने कर्मचारियों के मार्च माह में किये गये स्थगित वेतन का भुगतान अभी तक नहीं किया है। महासंघ के पूर्व जिलाध्यक्ष जयकिशन पारीक ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के संकटकाल में कर्मचारी अपने वेतन से 3 एवं 5 दिवस का वेतन पूर्व में ही कटवा चुके है तथा संक्रमण की इस जोखिम में भी दिन रात जनता की सेवा मंे जुटे हुए हैं। सरकार को शीघ्र ही कर्मचारी महासंघ के साथ संवाद कायम कर कर्मचारी हित में निर्णय लेना चाहिए।
लेघा ने बताया कि सरकार को कर्मचारियों के मार्च माह के स्थगित वेतन को जारी करने, विभिन्न संवर्गो की लम्बित मांगों का निराकरण निजीकरण पर रोक लगाने, संविदा व ठेका कार्मिकों को नियमित करने, विभिन्न संवर्गो की वेतन कटौती आदेश व वसूली स्थिगित करने व नवीन पेंशन स्कीम को स्थगित कर पुरानी पेंशन योजना लगाू करने पर विचार करना चाहिए।
विरोध प्रदर्शन में कर्मचारी नेता जयकिशन पारीक, पृथ्वीराज लेघा, गुरूचरण सिंह मान, श्याम सुन्दर बिश्नोई, आनन्द पारीक, देवेन्द्र जाखड़, मोहर सिंह सलावद, देवराज जोशी, चान्द रतन सोलंकी, रसपाल सिंह मोटा, सुभाष आचार्य, धीरज पारीक, मकबूल अहमद, राकेश बोहरा, लक्ष्मी नारायण मोदी, राजेन्द्र आचार्य, श्याम सुन्दर हर्ष, राम खिलारी प्रजापती, मनोज सुथार, कालूराम सींवर, अशोक सियाग, रामनिवास रोकणा आदि शामिल हुए।