रिकार्डिंग से परिजनों को बताया जा सकेगा कि सीनियर डाॅक्टर गंभीर कोरोना मरीजों का करते हैं इलाज
बीकानेर, 22 अगस्त। ऊर्जा और जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बी डी कल्ला ने कहा कि सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज से संबद्ध पीबीएम अस्पताल में सभी आधुनिक उपकरण उपलब्ध रहे तथा जरूरत के मुताबिक अन्य संसाधन भी रहे इसके लिए एक करोड रुपए वे अपने विधायक मद से चिकित्सा कार्यों के लिए देंगे साथ ही अस्पताल के विकास के लिए स्थानीय सांसद और अन्य विधायकों से भी संपर्क स्थापित कर अस्पताल के संपूर्ण विकास के लिए उनके सांसद व विधायक कोटे से एक बड़ी धनराशि लेने के लिए भी निवेदन किया जाएगा साथ ही भामाशाह से भी संपर्क कर आधारभूत ढांचे का निर्माण करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अस्पताल के विकास और कोरोना की रोकथाम के लिए धन की कमी आड़े नहीं आएगी। राज्य सरकार द्वारा जितनी भी इमदाद मिल सकती है वह सभी साधन और पैसा उपलब्ध करवाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
डाॅ. कल्ला शनिवार को सर्किट हाउस में कोरोना की रोकथाम व उसके उपचार में ओर आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाने सहित जिले में पानी, बिजली की आपूर्ति की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पीबीएम अस्पताल में सभी मूलभूत सुविधाएं बेहतर रहे तथा वर्तमान में कोरोना रोगियों को मिलने वाली सुविधाएं और बेहतर हो इसमें किसी भी स्तर पर कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। राज्य सरकार कोरोना को लेकर बहुत गंभीर है और इस बीमारी की रोकथाम के लिए जो भी संसाधन और स्टाफ की जरूरत है उन सब की आवश्यकता शीघ्र पूर्ति कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अस्पताल के विकास के लिए सांसद विधायकों और समाज से भी लोगों से व डीएमएफटी से एक बड़ी धनराशि शीघ्र ही पीबीएम अस्पताल को उपलब्ध करवा दी जाएगी।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि कोविड सेंटर में भर्ती सभी रोगियों को बेहतर इलाज मिलता रहे और भर्ती रोगियों को भोजन, नाश्ता भी समय पर मिले। इसके साथ ही संपूर्ण अस्पताल में साफ-सफाई में ओर गुणात्मक सुधार लाया जाए। अस्पताल के सीवरेज सिस्टम को ठीक करने के लिए उन्होंने जिला कलेक्टर से कहा कि एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाई जाए, जिसमें विभिन्न विभागों के तकनीकी विशेषज्ञ हो और इस अस्पताल के सीवरेज सिस्टम को संपूर्ण रूप से ठीक कराने की कार्य योजना बनाकर देवें ताकि बार-बार सीवरेज सिस्टम के कारण होने वाली समस्या का समाधान हो सके।
वरिष्ठ चिकित्सक देखें
ऊर्जा मंत्री ने कहां की कोविड सुपर स्पेस्लिटी सेन्टर में जो रोगी भर्ती हैं उन्हें वरिष्ठ चिकित्सक नियमित रूप से जांच करेंगे। विशेषकर अगर कोई ह्रदय, गुर्दा या मधुमेह का रोगी हो तो उसकी जांच भी वरिष्ठ चिकित्सकों द्वारा होनी चाहिए। वरिष्ठ चिकित्सक जब कोविड सुपर स्पेस्लिटी सेन्टर में जाएं तो उन सब की कैमरे पर रिकॉर्डिंग भी रहनी चाहिए ताकि अगर किसी तरह की समस्या हो तो मरीज और उसके परिजनों को यह बताया जा सके कि वरिष्ठ चिकित्सकों द्वारा रोगियों का इलाज होता है। उन्हें बताया गया कि बीकानेर में कोरोना पॉजिटिव रोगियों में मृत्यु दर मात्र 1.7 प्रतिशत है तथा ठीक होना का प्रतिशत 80 प्रतिशत से भी अधिक है वर्तमान में पीबीएम अस्पताल में 125 रोगी भर्ती है वही कोविड केयर सेंटर में 130 तथा 211 रोगी घरों में ही उपचाराधीन हैं।

आपको धरती पर भगवान मानते हैं
बैठक के दौरान बहुत ही भावुकता और संवेदनशीलता के साथ बोलते हुए ऊर्जा मंत्री ने कहा कि चिकित्सकों को आमजन धरती पर भगवान मानते हैं। आप भी बड़ा दिल रख कर आने वाले रोगियों की सेवा को तन्मयता और मानवता को ध्यान में रखते हुए सेवा कार्य में जुटे। उन्होंने कहा कि आप बेहतर इलाज करते हैं फिर भी अगर रोगी के साथ कुछ गलत होता है तो इसमें ईश्वर की इच्छा ही प्रबल रहती है मगर आप अपनी तरफ से ऐसा कुछ भी ना छोड़े जिससे कि रोगी के परिजन को ऐसा लगे कि अगर चिकित्सक और बेहतर इलाज करता तो हमारा रोगी बिल्कुल ठीक हो जाता। उन्होंने चिकित्सकों को यह विश्वास जताया कि वे उनके साथ हैं उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा के साथ-साथ उनके मान-सम्मान में कोई कमी नहीं आने देंगे।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कोरोना की जांच के लिए संपूर्ण व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखें अगर किसी भी तरह की जांच के लिए कोई मशीन उपकरण या संसाधन की जरूरत हो तो बताएं। साथ ही रोगियों को दी जाने वाली निशुल्क दवा में भी अगर कहीं कोई कमी लगे तो तत्काल जिला प्रशासन को बताया जाए और मुझे व्यक्तिगत रूप से बता दिया जाए मैं तत्काल दवा और जांच की व्यवस्था उपलब्ध करवा लूंगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता कोरोना रोगियों का इलाज करना और उन्हें स्वस्थ करना है और इस कार्य में किसी भी स्तर पर कोई कमी नहीं रहेगी। बैठक में जिला कलक्टर नमित मेहता ने अब तक की गई व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से बताया। पुलिस अधीक्षक प्रहलाद सिंह कृष्णिया ने जिले की कानून व्यवस्था के बारे में बताया । इस अवसर पर पीबीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर मोहम्मद सलीम, डॉ रंजन माथुर, एसके वर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर बी एल मीणा सहित विभिन्न प्रशासनिक अधिकारी तथा पानी बिजली से जुड़े अभियंता उपस्थित थे।