देवाशिष बोहरा को कोरोना योद्धा का सम्मान
नागौर। कोरोना वायरस के चलते लोगों को घरों में बंद रहने को विवश होना पड़ रहा है। लोगों के सामने खासकर ऐसे लोग जो रोज कमाते थे और परिवार के लिए दो वक्त की रोटी का जुगाड़ बैठाते थे। कोरोना काल में ऐसे लोगों के सामने पर परिवार के भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया, लेकिन कुछ भामाशाहों तथा उनसे भी एक कदम आगे सेवादारों ने इस संकट की घड़ी में कमान अपने हाथ में ले ली और पीड़ित परिवारों तक रसद सामग्री सहित अन्य जरूरी सामान पहुंचाने के लिए मैदान में कूद पड़े। जरूरतमंदों के लिए संकटमोचक बनने वाले इन सेवादारों में बड़े ही नहीं स्कूल काॅलेज के स्टूडेंट्स तक सहयोग में बढ़ चढ़ कर आगे आएं हैं । यही वजह है कि कोरोना महामारी से मुकाबले में हम संघर्ष करने में कामयाब हो पा रहे हैं। ऐसे ही सेवादारों में से एक है नागौर के देवाशिष बोहरा। पिता राजेन्द्र बोहरा से संघर्ष के संस्कार हासिल करने वाले देवाशिष ने कोविड 19 महामारी में समर्पण भाव से जरूरतमंदों को सेवाएं दी। बीकाॅम प्रथम वर्ष में अध्यनरत देवाशिष के इस कृतित्व से प्रभावित होकर नागौर की सेठ गुलाम मुस्तफा गौरी एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी ने कर्मवीर कोरोना योद्धा से सम्मानित किया है। देवाशीष के इस सम्मान पर बीकानेर में उनके ननिहाल में खुशी की लहर छा गई है। देवाशीष के नाना प्रेम रतन, श्री चंद, कजलू राम, गणेश लाल व सत्यनारायण ने व्यास ने देवाशीष के इस सेवा भाव पर प्रसन्नता जताई है। साथ ही उसके उज्जवल भविष्य की कामना भी की है।