ईसीबी में एआई एवं डाटा साइंस में इंजीनियरिंग कोर्स अगले सत्र से
बीकानेर को मिली सौगात, कोर्स को मिली एआईसीटीई से मान्यता
बीकानेर। अभियांत्रिकी महाविद्यालय बीकानेर में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस एवं डाटा साइंस इंजीनियरिंग ब्रांच में बी-टेक कोर्स को एआईसीटीई द्वारा मान्यता प्रदान की गयी है। ईसीबी के प्राचार्य डॉ जय प्रकाश भाम्भू ने बत्ताया की इसके लिए राज्य सरकार के तकनिकी शिक्षा के स्वीकृति के उपरांत ऑल इंडिया कौंसिल ऑफ़ टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई), भारत सरकार को इसके लिए प्रस्ताव भेजा गया था। जिसकी एआईसीटीई ने जांच परख कर महाविधालय में उप्लब्थ संसाधनों के आधार पर 90 सीटों पर इस नवीन बी-टेक कोर्स के लिए स्वीकृति प्रदान कर दी है। ईसीबी राजस्थान सरकार का प्रथम स्वायतशासी इंजीनियरिंग कॉलेज होगा जिसमे इस प्रोग्राम को आगामी सत्र से प्रारम्भ कर दिया जाएगा।इलेक्ट्रॉनिक्स एंड संचार विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ मनोज कुड़ी ने बताया की आज के समय एवं भविष्य में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस एवं डाटा साइंस इंजीनियर और विशेषज्ञों की सर्वाधिक मांग है और इस क्षेत्र में अच्छे रोजगार की प्रचुर संभावनाएं मौजूद है। आर्टिफिशल इंटेलिजेंस एवं डाटा साइंस की सॉफ्टवेयर एवं आईटी, बैंकिंग, फाइनेंस मार्केटिंग, शिक्षा, स्वस्थ्य सेवायें, मैन्युफैक्चरिंग सहित अन्य सभी इंडस्ट्रीज में प्लेसमेंट के भरपूर अवसर उपलब्ध है जो की इससे सम्बंधित क्षेत्रों जैसे डाटा साइन्टीस्ट, डाटा एनालिटिक्स, मशीन लर्निंग एवं डीप लर्निंग में है। महाविधालय के जन संपर्क अधिकारी डॉ नवीन शर्मा ने बताया की वर्तमान समय में सर्वाधिक शोध भी डाटा साइंस एवं आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में ही हो रहा है। इसका बेहतरीन उदाहरण इस कोरोना महामारी के दौर में कोविड डाटा के विश्लेषण, पूर्वानुमान, कोरोना प्रभावित रोगियों की स्क्रीनिंग, ट्रैकिंग, स्वास्थ्य लाभ एवं निदान के विषय से सम्बंधित है। महाविधालय की ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट विभागाध्यक्ष डॉ ऋचा यादव ने बताया विश्व की सभी शीर्ष कंपनियां जैसे फेसबुक, गूगल, एप्पल, टेस्ला आदि आर्टिफिशल इंटेलिजेंस एवं डाटा साइंस क्षेत्र में लगातार शोध कर रही है जो कि इस विषय में उच्च स्तर के रोजगार के अवसर प्रदान करती है।