लूणकरणसर साल्ट लेक पर होगा वन्यजीव एवं वनस्पति गणना अभियान
15 नवम्बर से 1 दिसम्बर तक चलेगा कार्यक्रम, प्रवासी पक्षियों से लेकर मछलियों तक की होगी गिनती

बीकानेर। वन विभाग द्वारा लूणकरणसर साल्ट लेक क्षेत्र में 15 नवम्बर से 1 दिसम्बर तक वन्यजीव एवं वनस्पति गणना कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस अभियान में प्रवासी और स्थानीय पक्षियों, संकटग्रस्त प्रजातियों, जलीय पक्षियों, मछलियों और स्थानीय वनस्पतियों की वास्तविक जानकारी एकत्रित की जाएगी। इस कार्य में पर्यावरण प्रेमियों, पक्षी विशेषज्ञों, वनस्पति विज्ञों तथा स्वयंसेवी संस्थाओं की भागीदारी आमंत्रित की गई है।
उप वन संरक्षक लखन सिंह ने बताया कि राज्य सरकार के पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा लूणकरणसर साल्ट लेक को वैटलैण्ड (रामसर साइट) के रूप में मान्यता देने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। 19 फरवरी 2024 को जारी गजट अधिसूचना के तहत इसे वैटलैण्ड नियम 2017 के अंतर्गत घोषित किया गया है। यह झील 320 हेक्टेयर क्षेत्र में फैली हुई है।
उन्होंने कहा कि लूणकरणसर साल्ट लेक का रामसर स्थल के रूप में चयन बीकानेर जिले के लिए गौरव का विषय होगा। विभाग ने सभी प्रकृति प्रेमियों, शोधकर्ताओं और संस्थाओं से आह्वान किया है कि वे इस गणना अभियान में भाग लेकर झील क्षेत्र की जैव विविधता से संबंधित सटीक डाटा एकत्रित करने में सहयोग करें।
वन विभाग ने यह भी अपील की है कि जिनके पास झील क्षेत्र से संबंधित पक्षी, वनस्पति या मछलियों की कोई जानकारी या डाटा उपलब्ध है, वे उसे विभाग को उपलब्ध करवाएं ताकि अंतरराष्ट्रीय महत्त्व के रामसर स्थल के रूप में आवश्यक प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके।

