जीरे का बीज निकला सबसे कीमती!
– एसकेआरएयू ने जारी की रबी फसलों के बीज दरें



– राष्ट्रीय बीज परियोजना के तहत तैयार किए गए हैं उच्च गुणवत्ता वाले बीज
बीकानेर। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय (एसकेआरएयू) बीकानेर ने रबी सीजन की फसलों के बीजों की दरें जारी कर दी हैं। विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय बीज परियोजना (एनएसपी) के प्रभारी ए. के. शर्मा ने बताया कि समिति की अनुशंसा के आधार पर विभिन्न फसलों के बीजों की बिक्री दरें तय की गई हैं।
जारी दरों के अनुसार सबसे महंगे बीज जीरे के हैं, जिनकी कीमत ₹400 प्रति किलो (ट्रूथफुल लेबल्ड सीड) निर्धारित की गई है। इसके बाद सरसों के बीज आते हैं, जिनकी दरें ₹160 से ₹180 प्रति किलो के बीच हैं।
उन्होंने बताया कि किसान सरसों, चना, गेहूं, जौ, मेथी, जीरा और तारामीरा जैसी फसलों के ट्रूथफुल लेबल्ड, सर्टिफाइड तथा फाउंडेशन सीड विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय बीज परियोजना कार्यालय से खरीद सकते हैं।
बीजों की दरें इस प्रकार निर्धारित की गई हैं —
जीरा: ₹400 प्रति किलो (ट्रूथफुल लेबल्ड सीड)
सरसों: ₹160 से ₹180 प्रति किलो
चना: ₹85 से ₹100 प्रति किलो
गेहूं: ₹38 से ₹45 प्रति किलो
जौ: ₹35 से ₹40 प्रति किलो
मेथी: ₹125 प्रति किलो
तारामीरा: ₹100 से ₹120 प्रति किलो
शर्मा ने बताया कि ये सभी बीज राष्ट्रीय बीज परियोजना के तहत उच्च गुणवत्ता मानकों के अनुसार तैयार किए गए हैं ताकि किसानों को रबी मौसम में बेहतर उत्पादन के लिए प्रमाणित और विश्वसनीय बीज मिल सकें।