मंडी में 17 मई तक नहीं होगी कोई भी नीलामी
बीकानेर। आज बीकानेर मंडी प्रांगण में अनाज मंडी परिवार व खाद्य प्रसंस्करण के प्रतिनिधियों के साथ एक सामूहिक मीटिंग रखी गई। इसमें 2% कृषक कल्याण फीस पर उत्पन्न स्थिति पर 10 दिन की हड़ताल के बावजूद सरकार ने किसानों व्यापारियों उद्यमियों और उपभोक्ताओं के हितों को नजरअंदाज किया। इसी पर चर्चा व विचार विमर्श किया गया। बैठक में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना का ध्यान रखा गया। आज की मीटिंग में ऑयल मिल एसोसिएशन के सतीश अग्रवाल, दाल मिल एसोसिएशन के राजकुमार पच्चीसिया, मूंगफली दाना मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष बालेश कुकणा, आटा मिल एसोसिएशन के नरेश, पेस्टिसाइड एसोसिएशन के रामनिवास गोदारा, राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व कच्ची आढ़त के पूर्व अध्यक्ष रिद्धकरण सेठिया आदि ने अनाज मंडी परिसर के 2% कृषक कल्याण फीस के विरोध को बिल्कुल सही बताया तथा हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। अनाज मंडी परिवार के श्री बीकानेर अनाज कमेटी के अध्यक्ष जय किशन अग्रवाल सभी खास प्रसंस्करण इकाइयों व बीकानेर संभाग की मंडियों को साथ लेकर दो प्रसिद्ध प्रतिशत कृषक फीस को वापस लेने हेतु सरकार पर दबाव बनाएंगे। आज की मीटिंग में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि अनाज मंडी परिवार का किसान रीड की हड्डी होता है और उनके हितों को ध्यान में रखते हुए श्री बीकानेर कच्ची आढ़त व्यापार संघ 15, 16 व 17 मई तक 3 दिन नीलामी व्यवस्था बंद रखने की घोषणा करता है। आज की मीटिंग में संघ के संरक्षक व पूर्व अध्यक्ष मोतीलाल सेठिया, चेतराम थालोड़, गौण मंडी के रामेश्वरलाल जाखड़, मंडी प्रांगण के सीता राम सियाग, ऑयल मील के विनोद बाफना, प्रकाश नौलखा आदि उपस्थित थे। प्राप्त सूचना के अनुसार कृषि शुल्क के विरोध व उत्पन्न असमंजस की स्थिति के कारण प्रदेश की मंडियां बंद है। यह जानकारी संगठन के जय किशन अग्रवाल व जगदीश पेड़ीवाल ने दी है।

