आरएनबी ग्लोबल यूनिवर्सिटी ने पूरे किए उत्कृष्टता के दस वर्ष
वैश्विक शिक्षा केंद्र बनने की ओर अग्रसर

बीकानेर। आरएनबी ग्लोबल यूनिवर्सिटी ने अपने शैक्षणिक, सामाजिक और नवाचार प्रयासों से एक दशक में शिक्षा की दुनिया में विशिष्ट पहचान बना ली है। बीकानेर स्थित इस विश्वविद्यालय की स्थापना वर्ष 2015 में राजस्थान विधानसभा अधिनियम के तहत की गई थी। आज यह विश्वविद्यालय न केवल पश्चिमी राजस्थान बल्कि पूरे देश में गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा का पर्याय बन चुका है।
विश्वविद्यालय के प्रेजिडेंट राकेश भार्गव ने पत्रकारों को बताया कि स्वर्गीय जगन्नाथ बजाज की दूरदृष्टि और समाज सेवा की भावना से प्रेरित इस विश्वविद्यालय की नींव उनके पुत्र डॉ. राम नारायण बजाज और राम बजाज फाउंडेशन ने रखी। विश्वविद्यालय ने अपने पहले NAAC मूल्यांकन में B+ और पुनर्मूल्यांकन में “A” ग्रेड हासिल कर शैक्षणिक उत्कृष्टता की मिसाल पेश की है। विधि पाठ्यक्रमों को BCI और कृषि कार्यक्रम को ICAR से मान्यता प्राप्त है।
विविध शैक्षणिक कार्यक्रम और नवाचार की पहल
विश्वविद्यालय के वॉइस चैयरमैन के के बजाज ने बताया कि आरएनबी ग्लोबल यूनिवर्सिटी में विज्ञान, वाणिज्य, प्रबंधन, विधि, कंप्यूटर साइंस, कृषि और मानविकी के क्षेत्र में स्नातक, परास्नातक और डॉक्टरेट कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। यह सभी कार्यक्रम NEP 2020 के अनुरूप डिज़ाइन किए गए हैं। शिक्षण में केस-स्टडी, लाइव प्रोजेक्ट्स, इंटर्नशिप, SWAYAM/NPTEL और Outcome-Based Education जैसी विधियों का समावेश किया गया है।
विश्वविद्यालय ने भारतीय ज्ञान परंपरा (IKS) आधारित 25 वैल्यू एडेड कोर्सेस शुरू किए हैं। साथ ही विश्वविद्यालय का कानून संकाय प्रतिवर्ष प्रतिष्ठित “सेठ श्री जगन्नाथ बजाज मेमोरियल मूट कोर्ट प्रतियोगिता” का आयोजन करता है, जिसमें देशभर की 36 लॉ यूनिवर्सिटीज़ हिस्सा लेती हैं।
आधुनिक और हरित परिसर
86 एकड़ में फैले विश्वविद्यालय के हरित परिसर में सौर ऊर्जा, वर्षा जल संचयन, जैविक खाद निर्माण, और डिजिटल शिक्षण प्लेटफॉर्म्स की व्यवस्था है। परिसर में स्मार्ट AC क्लासरूम्स, Wi-Fi, ICT सुविधाएँ, पुस्तकालय, हॉस्टल, खेल परिसर, कैफेटेरिया, मेडिकल सेंटर, और दिव्यांग अनुकूल ढांचा मौजूद है।
प्लेसमेंट और औद्योगिक सहयोग
ट्रेनिंग व प्लेसमेंट सेल के माध्यम से Deloitte, TCS, Infosys, Wipro, ICICI Bank, Amazon जैसे 30 से अधिक प्रतिष्ठित संस्थानों में प्लेसमेंट और इंटर्नशिप की सुविधा मिल रही है। विद्यार्थियों को शुरुआत से ही मॉक इंटरव्यू, सॉफ्ट स्किल्स और डोमेन ट्रेनिंग प्रदान की जाती है।
अनुसंधान और स्टार्टअप में अग्रणी
अब तक विश्वविद्यालय द्वारा 800+ शोधपत्र, 71 पुस्तकें प्रकाशित की जा चुकी हैं और 31 पेटेंट दायर किए गए हैं। विश्वविद्यालय ने MoE के IIC और NITI Aayog से अनुमोदित ACIC (अटल कम्युनिटी इनोवेशन सेंटर) की स्थापना कर राजस्थान के चुनिंदा संस्थानों में स्थान बनाया है।
राज्य सरकार के सहयोग से iStart चेप्टर भी शुरू किया गया है, जो स्टार्टअप्स को बीज पूंजी, मेंटरशिप और नेटवर्किंग का मंच प्रदान करता है।
समाजसेवा में सक्रिय भूमिका
विश्वविद्यालय ने “उन्नत भारत अभियान” के तहत 5 गाँवों को गोद लेकर सतत विकास की पहलें शुरू की हैं। NSS यूनिट स्वीकृत हो चुकी है, और NCC की इकाई के लिए प्रयास चल रहे हैं। विधिक जागरूकता, डिजिटल साक्षरता, स्वच्छता अभियान, कृषि मार्गदर्शन, और मुफ्त कानूनी सहायता जैसे सामाजिक कार्यों में विश्वविद्यालय अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
छात्रवृत्ति और अवसर
पुलिस/सेना के आश्रितों, बालिकाओं, प्रतिभावान छात्रों, आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों और विशेष क्षेत्रों के विद्यार्थियों के लिए 10% से 100% तक छात्रवृत्तियाँ उपलब्ध हैं। साथ ही, शिक्षा ऋण के लिए भी मार्गदर्शन दिया जाता है।
भविष्य की योजनाएँ
विश्वविद्यालय निकट भविष्य में डिस्टेंस एजुकेशन, ITEP (NCTE), फार्मेसी में अनुसंधान सुविधाओं और नए कोर्सेज की शुरुआत करने जा रहा है। साथ ही नामांकन बढ़ाने और शुल्क संरचना को सुलभ बनाए रखने की दिशा में प्रयासरत है।
आरएनबी ग्लोबल यूनिवर्सिटी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, अनुसंधान, सामाजिक उत्तरदायित्व और नवाचार को एक साथ समेटते हुए वैश्विक उच्च शिक्षा संस्थान बनने की दिशा में लगातार अग्रसर है।