टाटा पावर: भारत की स्वच्छ ऊर्जा क्रांति को देगा गति
टाटा पावर रिन्यूएबल्स का 411 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र, बानीपुरा, बीकानेर में शुरू,
• पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (PGCIL) को विद्युत आपूर्ति
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बीकानेर। टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (TPREL), जो भारत के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में एक अग्रणी कंपनी और टाटा पावर की सहायक इकाई है, ने राजस्थान के बीकानेर जिले में बानीपुरा सोलर पावर प्रोजेक्ट की स्थापना पूरी कर ली है। यह परियोजना भारत के स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
27 मार्च 2024 को चालू किए गए इस सौर ऊर्जा संयंत्र की कुल क्षमता 300 मेगावाट एसी (411 मेगावाट डीसी) है, जिसमें दो प्रमुख इकाइयाँ शामिल हैं – 100 मेगावाट एसी (134 मेगावाट डीसी) और 200 मेगावाट एसी (277 मेगावाट डीसी)। संयंत्र पीजीसीआईएल के बीकानेर 2 स्टेशन को 411 मेगावाट डीसी की आपूर्ति करता है, जिससे बीकानेर शहर और अन्य क्षेत्रों की स्वच्छ ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा किया जाता है।
आधुनिक तकनीक और पर्यावरण संतुलन
यह परियोजना द्विमुखी ग्लास-टू-ग्लास सौर मॉड्यूल का उपयोग करती है, जो उच्च दक्षता के साथ बिजली उत्पादन को अनुकूलित करने में मदद करता है। इसके माध्यम से उत्पादित स्वच्छ ऊर्जा पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (PGCIL) को आपूर्ति की जाती है, जिससे भारत की हरित ऊर्जा आपूर्ति को बढ़ावा मिलता है और ग्रिड स्थिरता सुनिश्चित होती है। जोनल हैड दीपक महाबले ने पत्रकारों को बताया कि इस प्रोजेक्ट पर
4 करोड़ रुपए/मेगावाट की लागत आई है। इस प्लांट पर
1.4 से 2 मिलियन यूनिट प्रति दिन पावर जनरेट करते हैं।
पर्यावरणीय लाभ और सतत विकास
बानीपुरा सौर ऊर्जा परियोजना के संचालन से सालाना 5.6 लाख टन CO2e के बराबर कार्बन उत्सर्जन की भरपाई होगी, जिससे जलवायु परिवर्तन से निपटने में सहायता मिलेगी। यह परियोजना भारत के 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन क्षमता प्राप्त करने के लक्ष्य के अनुरूप है और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में TPREL की भूमिका को और अधिक सशक्त बनाती है।
TPREL का यह कदम भारत की स्वच्छ और हरित ऊर्जा यात्रा को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने में मदद करेगा, जिससे देश के सतत विकास लक्ष्यों को भी बल मिलेगा।नमस्ते