रूक्टा ने कर्मचारियों एवं पेंशनर्स के डीए एवं डीआर के भुगतान को रोकेने का किया विरोध
बीकानेर। राजस्थान विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ (रूक्टा) के महामंत्री डाॅ. विजय कुमार ऐरी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर केन्द्रीय कर्मचारियों एवं पेंशनर्स को मिलने वाले जनवरी 2020 से जनवरी 2021 तक तीन डीए एवं डीआर के भुगतान को रोके जाने का विरोध किया है। डाॅ. ऐरी ने कहा कि गत दो माह में थोक एवं खुदरा मूल्यों में लगभग बीस प्रतिशत की वृद्धि हुई है एवं उत्पादन लगभग शून्य हो गया है। जब तक कोविड -19 हेतु वैक्सीन अथवा दवा खोज नहीं ली जाती अर्थव्यस्था अस्थिर रहेगी। ऐसे में बैंकों उद्योगों किसानों, व्यापारियों एवं छोटे काम करने वाले लोगों को उत्पादन बनाए रखने के लिये आर्थिक पैकेज जारी करने होगें। ऐसे में कर्मचारियों के एवं पेन्शन भोगियों के डीए व डीआर की कटौती से एक बड़े मध्यम वर्ग की क्रय शक्ति में कमी आएगी, क्योंकि राज्य सरकारें भी इस कटौती का अनुसरण करेगी। इसका अर्थव्यवस्था पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा।


अतः अर्थव्यवस्था के हित में कर्मचारियों और पेंशन भोगियों के फ्रिज किये डीए व डीआर को जारी करने के आदेश प्रसारित किये जाएं। राष्ट्रीय स्तर पर लगभग 600 शिक्षक संगठनों सहित ।AUFUCTO, DUTA भी समस्त कर्मचारियों व पेंशनर्स हेतु डीए और डीआर जारी करने की मांग कर रहे हैंे। डाॅ. ऐरी ने सूचित किया कि संगठन ने कुलाधिपति एवं राज्यपाल राजस्थान एवं मुख्यमंत्री राजस्थान को पत्र लिखकर सत्र 2020 की शेष रही परीक्षाओं और नये सत्र 2020-21 को प्रारम्भ किये जाने के लिये विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा जारी किये गये निर्देशों को पालन करने के साथ परीक्षाओं को तीन पारी के स्थान पर दो पारी में करवाए जाने की मांग की ताकि परीक्षा अवधि में परीक्षा केन्द्रों पर अधिक भीड़ एकत्र ना हो साथ ही परीक्षा भवन को प्रत्येक परीक्षा के बाद सैनिटाइज करवाया जा सके।
डाॅ. ऐरी ने बताया कि आगामी सत्र 2020-21 में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा जारी दिशा निर्देश के अनुसार 25 पाठ्यक्रम आॅनलाइन व 75 पाठ्यक्रम फेस टू फेस पढ़ाए जाने के आदेश प्रसारित हुए हैं। संगठन इस के स्थान पर आगामी सत्र 2020-21 के पाठ्यक्रम में पच्चीस प्रतिशत कटौती किये जाने अथवा प्रश्नपत्रों में पच्चीस प्रतिशत छूट बढ़ाई जाने की मांग करता है ताकि आगामी सत्र को जुलाई 2021 तक समाप्त कर जुलाई 2021 से सत्र 2021-22 को सही समय पर प्रारम्भ किया जा सके। डाॅ. ऐरी ने बताया कि काॅलेज शिक्षा से जुड़े शिक्षक प्रदेश भर में कोरोना वाॅरियर्स के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे है। महामंत्री द्वारा इस अवसर पर मुख्यमंत्री को जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए सभी कर्मचारियों के अप्रेल माह के वेतन में कोई कटौती न करने पर आभार व्यक्त किया गया और निवेदन किया कि कोरोना वाॅरियर्स के रूप् में नियमानुसार पचास वर्ष से अधिक आयु के शिक्षकों को कार्य आवंटित न किया जाए, कार्य पद व वेतनमान के आधार पर आवंटित किया जाए और कार्य आवंटन रोटेशन के आधार पर लगाई जा कर सभी को सेवा का अवसर दिया जाए। आशा है कि इस दारूण महामारी पर शीघ्र नियंत्रित पा लिया जाएगा और सामान्य दिनचर्या शीघ्र प्रारम्भ होगी।