पानी चोरी रोकने के लिए सख्त कार्रवाई करने के निर्देश
*पेयजल योजनाओं की डीपीआर बनाने में जनप्रतिनिधियों से लें सुझाव-पीएचईडी मंत्री चौधरी*
*जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग की संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित*
बीकानेर, 15 मार्च। जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने कहा कि पेयजल योजनाओं से जुड़े विभिन्न प्रोजेक्ट्स की डीपीआर बनाने के लिए अधिकारी स्थानीय जनप्रतिनिधियों से आवश्यक रूप से राय और सुझाव लें।
जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों की शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित संभाग स्तरीय बैठक में जलदाय मंत्री ने यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान के साथ भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रोजेक्ट तैयार किए जाएं, जिससे उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम सदुपयोग किया जा सके। चौधरी ने जल जीवन मिशन के तहत संभाग स्तरीय कार्यों और प्रगति की समीक्षा की तथा इसमें तेजी लाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जेजेएम के तहत निर्धारित मापदंडों के अनुरूप ही कार्य हों ।डीआई पाइप की गुणवत्ता, सड़क से समुचित दूरी पर पाइप बिछाने तथा सही गहराई पर पाइप डालने जैसे कार्यों का भौतिक सत्यापन किया जाए। गुणवत्ता के साथ किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा। कार्यों के क्रॉस वेरिफिकेशन में यदि कहीं खराब गुणवत्ता पाई गई तो संबंधित अधिकारी की जवाबदेही और जिम्मेदारी तय की जाएगी । कन्हैयालाल चौधरी ने इसके लिए तकनीकी अधिकारियों के साथ-साथ प्रशासनिक स्तर पर भी नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए।
पूर्व विधायक बिहारीलाल बिश्नोई की मांग पर उन्होंने नोखा विधानसभा क्षेत्र के जेजेएम में बकाया 40 गांवों का पुनः सर्वे करवाने के निर्देश दिए। मंत्री चौधरी ने संभाग में जेजेएम में अब तक हुए कार्यों की रिपोर्टिंग ली तथा सही काम नहीं करने वाली कंपनियों के कार्य का त्वरित रिव्यू कर नोटिस देते हुए पेनल्टी या ब्लैक लिस्ट करने के प्रस्ताव भिजवाने को कहा।
अभियांत्रिकी विभाग मंत्री ने कहा कि पानी चोरी को रोकने के लिए अधिकारी सख्ती बरतें। जो भी ट्यूबवेल स्वीकृत कर दिए गए हैं वहां काम जल्द शुरू हो जाए यह भी सुनिश्चित करवाएं, जिससे आमजन को आगामी गर्मी के दौरान इनका पूरा लाभ मिल सके। किसी भी स्थिति में टैंकर माफिया पैदा नहीं होना चाहिए।
*फील्ड में निकले अधिकारी, जाने आमजन की समस्याएं*
चौधरी ने कहा कि विभाग के तकनीकी अधिकारी फील्ड में निकलें, मौके पर स्थिति का निरीक्षण कर आवश्यकता अनुसार व्यवस्थाएं सुचारू करें।
श्रीडूंगरगढ़ विधायक ताराचंद सारस्वत और कोलायत विधायक अंशुमान सिंह भाटी ने पानी चोरी रोकने का मुद्दा उठाया। इस पर पेयजल के अवैध कनेक्शन काटने के सख्त निर्देश देते हुए जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग मंत्री ने कहा कि पानी चोरी रोकने में पीएचईडी अधिकारियों की प्राथमिक जिम्मेदारी है। ऐसे लोगों के खिलाफ पीएचईडी अधिकारी मुकदमा दर्ज करवाएं। पानी, ट्रांसफार्मर सहित अन्य उपकरण चोरी रोकने की दिशा में प्रशासन भी सख्ती करें।
फील्ड के अधिकारी प्रोएक्टिव होकर काम करें। ढीला रवैया स्वीकार नहीं किया जाएगा। सहायक अभियंता पानी चोरी के मुकदमे दर्ज करवाने के संबंध में प्रतिदिन रिपोर्ट भेजें। गुणवत्ता परक पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करवाना राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में है। उन्होंने कहा कि पीने के पानी की आवश्यकताओं के अनुरूप डिस्काम के अधिकारी भी यह सुनिश्चित करें कि आगामी गर्मी के मौसम में पूरी बिजली मिले। उन्होंने अधिकारियों को नए विजन के साथ काम करने के निर्देश दिए।
खाजुवाला विधायक डॉ विश्वनाथ मेघवाल ने खाजूवाला नगर पालिका को अमृत 2.0 के तहत शामिल करवाने की बात कही। इस पर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने प्रस्ताव बनाकर भिजवाने के लिए संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए। कोलायत विधायक अंशुमान सिंह भाटी ने सोलर आधारित ट्यूबवेल प्रोजेक्ट प्रारम्भ करने का सुझाव दिया।
संभागीय आयुक्त वंदना सिंघवी ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग द्वारा प्रतिबद्धता के साथ काम किया जाएगा। प्रत्येक कार्य की उच्च स्तर पर मॉनिटरिंग करते हुए गुणवत्ता का संधारण करवाना सुनिश्चित किया जाएगा।
बैठक में जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने विभागीय समीक्षा और प्रोत्साहन के लिए जन स्वास्थ्य और अभियांत्रिकी विभाग मंत्री का आभार प्रकट करते हुए कहा कि बैठक में दिए गए निर्देशों की अनुपालना में आमजन के हित में कार्य करवाना सुनिश्चित किया जाएगा। इस दौरान विभागीय अधिकारियों के साथ संभाग के विभिन्न जिलों के जन प्रतिनिधि उपस्थित रहे।