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संघर्ष से सफलता तक का सफर

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सक्सेस का हब है अजय पब्लिक स्कूल

बीकानेर के पटेल नगर बेस्ड अजय पब्लिक स्कूल के संचालक आनंद सिंह पंवार कहते है कि स्कूल शुरू करने के लिए खूब संघर्ष किया। अथक मेहनत और धैर्य के साथ सभी चैलेंजेज का सामना करते रहे और आज की डेट में एक स्तरीय शैक्षणिक संस्थान खड़ा करने में कामयाब रहे हैं। कामयाबी इस बात की है कि हमारी स्कूल ने निम्न और मध्यम वर्गीय परिवार के बच्चों को बेहतरीन शिक्षा दी। यही वजह है कि यहां के स्टूडेंट्स डॉक्टर, इंजीनियर, स्पोर्ट्स, प्रशासनिक सेवाओं में सेवारत हैं और खूब नाम कमा रहे हैं । यहां तक की कोलकाता, मुम्बई, चैन्नई जैसे शहरों में वेल सैटल्ड हो चुके हैं।

पंवार बताते हैं कि उन्होंने वर्ष 2003 में किराए की बिल्डिंग में अजय पब्लिक स्कूल की स्थापना की थी। तब पेरेंट्स का इतना अच्छा रेस्पांस रहा कि हमें महज 10 ही दिन में एडमिशन क्लोज्ड के बोर्ड लगाने पड़े। तब करीब 100 बच्चे थे। स्कूल को वर्ष 2004 में राजस्थान बोर्ड से इंग्लिश मीडियम की मान्यता मिली। फिर कई साल जमकर मेहनत की और वर्ष 2012 में 700 गज एरिया में स्वयं की बिल्डिंग में स्कूल संचालित हो रही है। वहीं वर्तमान में आठवीं तक की इस स्कूल की स्ट्रेंथ बढ़कर 350 के करीब पहुंच गई है। स्कूल में कुल 13 रुम है। इनमें छोटे बच्चों के लिए एसी रूम हैं और शेष रुम्स में कूलर की सुविधा है। स्कूल में इनवर्टर की फैसिलिटी भी है। इसके अलावा बस, वैन और टैक्सी की सुविधा भी है। पंवार बच्चों को टाई, बेल्ट निशुल्क उपलब्ध करवाते हैं।

आनंद सिंह कहते है कि लॉक डाउन में हमने पेरेंट्स से कहा कि जो फीस देना चाहे तो दें और नहीं देना चाहे तो कोई बात नहीं। इस दौरान स्टूडेंट्स के पढ़ाई बाधित न हो इसके लिए ऑनलाइन क्लासेज चलती रही। अनलॉक के बाद ऑफलाइन क्लासेज में सबसे पहले पीछे का सिलेबस कवर करवाया और फिर आगे का। पंवार कहते की फीस की रिकवरी के लिए कुछ सोचा ही नहीं क्योंकि स्टूडेंट्स के पेरेंट्स के आय के स्रोत कुछ खास नहीं थे। इस मामले में हम दो साल पीछे रह गए। जबकि स्टाफ को पूरा वेतन दिया। अब पढ़ाई सहित सब ट्रेक पर आ गया है।

पंवार कहते है कि कोविड के दौरान इनकम के अनुसार ही खर्च करना शुरू कर दिया था। सहयोगी नेचर के शिक्षक आनंद सिंह पंवार बीते दो दशक में कई नए स्कूल शुरू करवाने में मदद कर चुके हैं। इन स्कूलों के रजिस्ट्रेशन से लेकर अन्य सभी औपचारिकताएं पूरी करने में संचालकों को सहयोग दिया। नये एंटरप्रेन्योर को लेकर पंवार कहते है कि शिक्षा क्षेत्र में आए तो पूर्ण निष्ठा और कम फीस की मानसिकता के साथ आए। इसे व्यापार न बनाए बल्कि शिक्षा के हिसाब से ही आए। आनंद सिंह पंवार मिशन-2030 लेकर चल रहे हैं और इसके तहत एक शानदार कॉलेज खोलने का इरादा रखते हैं। वे अपने स्टूडेंट्स को ऐसी ही यादगार सौगात देना चाहते हैं। 

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