नई चीजें सीखने के लिए सदैव इच्छुक रहें और लक्ष्य प्राप्ति के लिए अथक परिश्रम करें- डॉ पंचारिया
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर जिज्ञासा छात्र-वैज्ञानिक संपर्क कार्यक्रम का आयोजन
पीएम श्री इंटर्नशिप कार्यक्रम का शुभारंभ
विज्ञान की विभिन्न अवधारणाएँ समझाते हुए विद्यार्थियों को विज्ञान को करियर के विकल्प के रूप में चुनने के लिए किया प्रेरित
पिलानी । सीएसआईआर-केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-सीरी) में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर “पीएमश्री इंटर्नशिप कार्यक्रम” का शुभारंभ किया गया। यह कार्यक्रम 3 मार्च तक चलेगा जिसमें विद्यालयों एवं अन्य शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों को संस्थान के शैक्षणिक भ्रमण का अवसर दिया जाएगा। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर आयोजित किए गए कार्यक्रम में पीएमश्री जवाहर नवोदय विद्यालय – काजड़ा, बिरला पब्लिक स्कूल – पिलानी तथा जवाहर नवोदय विद्यालय – महेन्द्रगढ़ के 300 से अधिक विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने सीएसआईआर-सीरी का शैक्षणिक भ्रमण किया।
इस अवसर पर सीएसआईआर-सीरी के निदेशक डॉ पी सी पंचारिया ने सभी विद्यार्थियों को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस की शुभकामनाएं दींं अपने संक्षिप्त शुुुुुुुभकामना संदेश में उन्होंने कहा कि कठिन परिश्रम ही सफलता की कुंजी है, इसलिए नई नई चीजें सीखने के लिए सदैव इच्छुक रहें और लक्ष्य प्राप्ति के लिए अथक परिश्रम करें। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि डॉक्टर और इंजीनियर के अलावा वैज्ञानिक के रूप में करियर में संभावनाएं हैं।
कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान के पीएमई प्रमुख श्री प्रमोद तँवर के स्वागत संबोधन से हुआ। कार्यक्रम का संचालन करते हुए उन्होंने आयोजन की रूपरेखा से अवगत कराया। इस अवसर पर उन्होंने विज्ञान दिवस मनाने की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला और छात्र-छात्राओं को सर सी वी रमन का संक्षिप्त परिचय भी दिया। नोबेल पुरस्कार विजेता भारतीय वैज्ञानिक सर सी वी रमन ने अपनी खोज ‘रमन प्रभाव’ की घोषणा की थी। तभी से आज के दिन को भारत में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि उनकी इसी खोज के लिए ही सर सी वी रमन को वर्ष 1930 में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया। उन्होंने स्कूली विद्यार्थियों को रमन प्रभाव से भी अवगत कराया।
विज्ञान दिवस के अवसर पर आयोजित पीएम श्री इंटर्नशिप कार्यक्रम के अंतर्गत डॉ आनंद अभिषेक, वरिष्ठ वैज्ञानिक ने नवीकरणीय ऊर्जा, डॉ नीरज कुमार, प्रधान वैज्ञानिक ने बौद्धिक संपदा अधिकार और पेटेन्ट्स पर परस्पर चर्चा के माध्यम से स्कूली विद्यार्थियों को रोचक व्याख्यान देते हुए उनका ज्ञानवर्धन किया। वक्ताओं ने छात्र-छात्राओं ने प्रश्नों का उत्तर देकर उनकी जिज्ञासा शांत की। डॉ गौरव पुरोहित, डॉ राजेन्द्र वर्मा और विनोद वर्मा ने संस्थान की शोध गतिविधियों से अवगत कराया। शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को सीएसआईआर-सीरी के विज्ञान संग्रहालय सहित विभिन्न प्रयोगशालाओं का परिदर्शन कराया गया। उन्हें वैज्ञानिक गतिविधियों एवं संबंधित क्रियाकलापों के वीडियो के माध्यम से सीरी संस्थान की शोध गतिविधियों एवं उपलब्धियों की जानकारी दी गई। विज्ञान दिवस के अवसर पर स्कूली विद्यार्थियों के लिए विज्ञान क्विज का भी आयोजन किया गया।
आयोजन के संयोजक प्रमोद तंवर ने बताया कि इसी योजना के अंतर्गत अपनी भूमिका का निर्वहन करते हुए स्थानीय एवं निकटवर्ती विद्यालयों के विद्यार्थियों को नियमित रूप से संस्थान का शैक्षणिक भ्रमण कराया जाता है और उन्हें वैज्ञानिकों से चर्चा का अवसर देते हुए संस्थान और देश के वैज्ञानिक परिदृश्य से अवगत कराया जाता है। उन्होंने बताया कि फरवरी 2024 में ही निकटवर्ती राजकीय विद्यालयों, केंद्रीय विद्यालयों और जवाहर नवोदय विद्यालयों के 934 विद्यार्थी अब तक संस्थान का शैक्षणिक भ्रमण कर चुके हैं। गौरतलब है कि विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में सीएसआईआर-सीरी के पिलानी स्थित सीएसआईआर की सभी राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
क्या है पीएम श्री योजना
स्कूलों को नया स्वरूप देने और बच्चों को स्मार्ट शिक्षा से जोड़ने के लिए शुरु की गई योजना का नाम पीएम श्री योजना है। इस योजना का पूर्ण नाम “प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया” है। इसकी घोषणा वर्ष 2022 में शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा की गई थी। इस योजना में देश के 14500 स्कूलों का विकास और उन्नयन किया जाएगा। इन सभी स्कूलों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत मॉडल स्कूल बनाया जाएगा।