वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकीविदों के बल पर भारत बनेगा विकसित राष्ट्र : संजय शर्मा
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी का आयोजन , छात्रों और युवाओं को योगदान देने के लिए किया प्रेरित
जयपुर/पिलानी, 26 फरवरी। वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकीविदों के बल पर भारत बहुत शीघ्र विकसित राष्ट्र बनेगा । केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर आजादी के अमृत काल में देश को विकसित राष्ट्रों में सम्मिलित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ये विचार प्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री संजय शर्मा ने जयपुर में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में सीएसआईआर-सीरी, राजस्थान विश्वविद्यालय और विज्ञान भारती – राजस्थान और डीएसटी राजस्थान द्वारा राजस्थान अंतरराष्ट्रीय केंद्र जयपुर में आयोजित किये जा रहे तीन दिवसीय राजस्थान विज्ञान महोत्सव के उद्घाटन के अवसर पर व्यक्त किये।
अपने संबोधन में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ने कोविड महामारी के दौरान देश के वैज्ञानिकों और चिकित्सकों द्वारा की गई सेवाओं की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने देश को विकास के पथ पर अग्रसर करने के लिए वैज्ञानिकों, किसानों, उद्यमियों, सैनिकों के योगदान को भी याद किया ।अपने संबोधन में उन्होंने युवा शक्ति को इस दिशा में योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने सीएसआईआर प्रयोगशालाओं और इसरो जैसे वैज्ञानिक संगठनों द्वारा किए जा रहे अनुसंधान कार्यों की भी सराहना की। उन्होंने इस अवसर पर बताया कि प्रदेश सरकार बहुत शीघ्र राज्य में क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र, पेटेंट इनफॉरमेशन सेंटर आदि की स्थापना करने जा रही है। इसके अलावा हर जिले में विद्यार्थियों और किशोर में वैज्ञानिक सोच को बढ़ाने के लिए विज्ञान पार्क भी बनाए जाएंगे। डॉ शर्मा ने इस अवसर पर केंद्र सरकार द्वारा धारा 370 को हटाने और राम मंदिर के निर्माण के लिए मार्ग प्रशस्त करने जैसे प्रमुख कार्यों को भी रेखांकित किया।
इससे पूर्व सीएसआईआर-सीरी के निदेशक डॉ पी सी पंचारिया ने तीन दिवसीय विज्ञान समारोह के शुभारंभ के अवसर पर अपने स्वागत संबोधन में सीएसआईआर एवं सीरी की वैज्ञानिक उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए प्रदेश के किसानों के लाभार्थ किए जा रहे कार्यों को भी रेखांकित किया। उन्होंने देश में चल रही सेमीकंडक्टर क्रांति में सीरी की योजनाओं पर भी प्रकाश डाला।
विज्ञान भारती, राजस्थान के उपाध्यक्ष डॉ लक्ष्मण सिंह राठौड़ ने आयोजन की रूपरेखा और पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। डॉ राठौड़ ने विज्ञान भारती के क्रियाकलापों एवं भावी योजनाओं से भी अवगत कराया।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ संजय शर्मा ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में “सीएसआईआर एवं डीएसटी प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी” का भी उद्घाटन किया। प्रदर्शनी में सीएसआईआर-सीरी सहित सीएसआईआर की विभिन्न प्रयोगशालाओं द्वारा विकसित प्रमुख प्रौद्योगिकियों एवं उत्पादों का प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनी में डीएसटी- राजस्थान एवं अन्य संगठनों द्वारा भी अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया गया।
आमंत्रित अतिथियों एवं आगंतुकों ने प्रौद्योगिकियों एवं उत्पादों के संबंध में जानकारी प्राप्त की और वैज्ञानिकों की प्रशंसा की। प्रदर्शनी में उद्योग एवं शिक्षा जगत के प्रतिनिधियों सहित स्कूल व कॉलेजों के विद्यार्थी आदि आमंत्रित थे।
यह समारोह राजस्थान अंतरराष्ट्रीय केंद्र, जयपुर में आयोजित किया गया। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित आरंभिक कार्यक्रम एवं टेक्नोलॉजी प्रदर्शनी के बाद ‘विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार : शोध प्रयोगशालाओं से आगे’ विषय पर दो पेनल परिचर्चाएं भी आयोजित की गईं जिसमें वैज्ञानिकों सहित उद्योग एवं शिक्षा जगत के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
उद्घाटन सत्र में डॉ प्रकाश चौहान, निदेशक, एनआरएससी-इसरो; प्रो आशुतोष शर्मा, अध्यक्ष, आईएनएसए, नई दिल्ली; वी सरवन कुमार, सचिव, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, राजस्थान तथा प्रोफेसर अल्पना कटेजा, कुलपति, राजस्थान विश्वविद्यालय, और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय संघचालक डॉ रमेश अग्रवाल ने भी उपस्थित अतिथियों एवं छात्रों को संबोधित किया।
सीएसआईआर-सीरी, विज्ञान भारती-राजस्थान और राजस्थान विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम का समन्वयन सीएसआईआर-सीरी द्वारा किया गया।
अंत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के श्री कैलाश मिश्र ने माननीय मंत्री जी सहित सभी गणमान्य अतिथियों एवं अन्य आगंतुकों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।