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पीएम मोदी द्वारा बरसिंहसर में एनएलसी इंडिया लि. के 300 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र का शिलान्यास

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बीकानेर। खनन और विद्युत उत्पादन क्षेत्र की अग्रणी कंपनी एनएलसी इंडिया लिमिटेड ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करकमलों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राजस्थान के बीकानेर जिले के बरसिंहसर में एनएलसी की 300 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना का शिलान्यास करने के द्वारा आज एक महत्वपूर्ण अवसर का जश्न मनाया। इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा,  गोपाल वर्मा, विधायक, कैलाश शर्मा, विधायक, सुधांश पंत, मुख्य सचिव, राजस्थान सरकार, अभय कुमार, अतिरिक्त मुख्य सचिव, जल संसाधन नियोजन विभाग, राजस्थान सरकार के साथ अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। 

एमएनआरई की सीपीएसयू योजना के तहत और आईआरईडीए द्वारा प्रदान की गई यह ऐतिहासिक परियोजना, भारत के नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो को सशक्त करने और सतत विकास को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है।
परियोजना की कुल अनुमानित लागत 1,756 करोड़ रुपये हैं तथा परियोजना को सितंबर 2024 तक शुरु करने हेतु समय निर्धारित करने के साथ निर्धारित समयसीमा के भीतर राष्ट्रीय महत्व को बढावा देने वाली परियोजनाओं को पूरा करने में एनएलसी इंडिया लिमिटेड की प्रतिबद्धता दिखाई देती है। 
इस अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बताते हुए,

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “ भारत सौर ऊर्जा उत्पादन में तेजी से आगे बढ़ना शुरू किया है और इस मिशन को गति देते हुए, आज राजस्थान में विभिन्न सौर विद्युत परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया। इन परियोजनाएँ न केवल इस प्रदेश में हरित और सस्ती बिजली प्रदान करेंगी बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के बेहतरीन अवसर भी प्रदान करेंगी।”
300 मेगावाट एनएलसी बरसिंहसर सौर ऊर्जा परियोजना की मुख्य विशेषताओं में यह परियोजना रणनीतिक रूप से मौजूदा बरसिंहसर थर्मल पावर स्टेशन के पास स्थित है, जो उपलब्ध नेटवर्क के माध्यम से बिजली उत्पादन और सामान्य बुनियादी सुविधाओं के उपयोग में लाभ प्रदान करती है।

एनएलसी इंडिया लिमिटेड ने विश्वसनीय और लागत प्रभावी बिजली की आपूर्ति को सुनिश्चित करते हुए 2.52रुपए/प्रति यूनिट के टैरिफ पर 300 मेगावाट की पूरी क्षमता के लिए राजस्थान ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के साथ बिजली उपयोग समझौते पर हस्ताक्षर किया है। 
इस परियोजना में, उच्च दक्षता वाले बाइफेशियल टाइप के स्वदेशी घरेलू सौर मॉड्यूल का उपयोग किया जाएगा जो ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन के अनुरूप है।

इस परियोजना के निर्माण चरण के दौरान, लगभग 600 कर्मियों के लिए रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे, जबकि संचालन और रखरखाव चरण के दौरान 100 से अधिक व्यक्तियों को रोजगार प्रदान किया जाएगा, जिससे उस क्षेत्र के आर्थिक विकास और कौशल विकास को बढ़ावा मिलेगा। गुणवत्ता और दक्षता के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करते हुए, इस परियोजना को प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के माध्यम से इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) के आधार पर मेसर्स टाटा सोलर पावर सिस्टम्स लिमिटेड को प्रदान किया गया है। 

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