कलक्टर साहब! स्टेशन कैसे पहुंचेंगे यात्री और घर कैसे जाएंगे
महात्मा गांधी मार्ग और स्टेशन रोड को ऑटो फ्री बनाने हेतु आमजन से मांगें सुझाव
*11 से 17 जनवरी तक मनाया जाएगा राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह*
*सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में जिला कलेक्टर ने दी जानकारी*
*सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता कार्यक्रमों में आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करने के दिए निर्देश*
बीकानेर,9 जनवरी। जिला प्रशासन ने स्टेशन रोड को ऑटो फ्री बनाने के लिए आमजन से सुझाव मांगे हैं। ऑटो फ्री यानि उस एरिया में ऑटो नजर ही नहीं आना चाहिए। यहां बड़ा सवाल यह है कि बीकानेर की बड़ी आबादी को स्टेशन से घर तक या घर से स्टेशन तक लगेज सहित जाने के लिए सबसे सुलभ साधन ही ऑटो ही है। इसके अलावा कोई सुलभ विकल्प नहीं है। फिर कोई कैसे स्टेशन से आना जाना करेगा? ऐसी व्यवस्था किसी भी शहर में न तो देखी है और न ही सुनी है ? ज्यादा से ज्यादा प्रदूषण रहित वाहन ई रिक्शा जरुर हो सकता है, लेकिन यह भी संभव नजर नहीं आता। इतनी संख्या में ई रिक्शा भी मिलना मुश्किल है। शहर में न ही सिटी बसें हैं और न ही उनके अनुरुप चौड़ी सड़कें हैं। इसकी बजाय इस इलाके में सड़क चौड़ी करने, सड़क पर फैल रहे सीवरेज के पानी, गड्ढों को सही करने व मल्टी स्टोरी पार्किंग जैसे बिंदुओं पर विचार करना चाहिए। 👇
जिले में 11 से 17 जनवरी तक राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह आयोजित किया जाएगा। जिला सड़क सुरक्षा समिति की मंगलवार को आयोजित बैठक में जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने यह जानकारी देते हुए कहा कि इस सप्ताह के तहत सड़क सुरक्षा से संबंधित विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए तथा इन कार्यक्रमों में आमजन की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। राष्ट्रीय तथा राज्य राज मार्गों पर स्थित विद्यालयों के विद्यार्थियों को भी इन कार्यक्रमों से जोड़ा जाए।
*महात्मा गांधी रोड तथा स्टेशन रोड को ऑटो फ्री बनाने के लिए आमजन से मांगे सुझाव*
जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने आमजन के लिए सुगम, सुरक्षित यातायात सुविधा मद्देनजर महात्मा गांधी मार्ग एवं स्टेशन रोड को ऑटो फ्री बनाने के प्रस्ताव पर चर्चा की। उन्होंने आमजन से कहा कि इस प्रस्ताव पर आमजन अपने सुझाव व राय से प्रशासन को अवगत करवा सकते हैं । कोई भी व्यक्ति इस संबंध में सुझाव रानी बाजार पुलिया के नीचे स्थित ट्रैफिक पुलिस कार्यालय में जमा करवा सकता है।
जिला कलेक्टर ने टोल नाकों पर सड़क सुरक्षा संबंधित जागरूकता फिल्म दिखाने के संबंध में जानकारी लेते हुए कहा कि इसका उद्देश्य चालान काटना नहीं बल्कि वाहन चालकों को यातायात नियमों की पालना के प्रति जागरूक करना है।
उन्होंने रैंडम हेलमेट चेकिंग, जागरूकता फिल्म दिखाने के रिकॉर्ड संग्रहित करने, राष्ट्रीय राजमार्गों पर स्पीड लिमिट के साइन बोर्ड्स लगवाने के भी निर्देश दिए। जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि म्यूजियम सर्किल पर जाम से निजात पाने के लिए ऑटो का ठहराव नहीं हो। परिवहन एवं यातायात पुलिस विभाग द्वारा यह सुनिश्चित किया जाएं।
जिला कलेक्टर ने शहर में सीवरेज लाइन, नालों के खुले चैंबर, मैनहोल को कवर करवाने, चालू कार्यस्थलों पर चेतावनी संकेत लगवाने के लिए नगर निगम को दिशा निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर ने टोल नाकों पर आयोजित आई चेकअप कैंप एवं निःशुल्क चश्मा वितरण के बारे में जाना और कहा कि ऐसे वाहन चालक जिन्हें चश्मों का वितरण किया गया हो उन चालकों को ट्रैक किया जाए।
बैठक में यातायात प्रबंधन के अन्य बिंदुओं पर विस्तार भी से चर्चा की गई।
इस अवसर पर सार्वजनिक निर्माण विभाग अधीक्षण अभियंता मुकेश गुप्ता, जिला परिवहन अधिकारी भारती नैथानी, यातायात प्रभारी कुलदीप सिंह, सीएमएचओ डॉ मोहम्मद अबरार पंवार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।