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इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स इंजीनियरिंग के बिना कृषि अनुसंधान अधूरा है : डॉ संजय कुमार

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सीएसआईआर-सीरी में 71वें स्‍थापना दिवस का भव्‍य आयोजन

वार्षिक रिपोर्ट 2022-23 का विमोचन किया गया, सहकर्मियों को सेवा सम्‍मान भेंट किए

पिलानी, 21 सितंबर। भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन सेवारत वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की पिलानी, राजस्थान स्थित राष्ट्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला सीएसआईआर-केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-सीरी) का 21 सितंबर को 71वां स्‍थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर सीएसआईआर-आईएचबीटी, पालमपुर के पूर्व निदेशक, मुख्य अतिथि थे । राजस्‍थान इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स इंस्‍ट्रुमेन्‍टेशन लि., जयपुर के प्रबंध निदेशक समारोह के विशिष्ट अतिथि थे।

आयोजन की अध्‍यक्षता सीएसआईआर-सीरी के निदेशक डॉ पी सी पंचारिया ने की। इस अवसर पर विशेष आमंत्रिती के रूप में श्रीमती ऋचा संजय कुमार तथा श्रीमती सीमा पंचारिया भी उपस्थित थीं। संस्‍थान के पूर्व व वर्तमान सहकर्मियों के अलावा प्रोफेसर एस के बरई, निदेशक, बिट्स-पिलानी, बिट्स पिलानी के रजिस्‍ट्रार कर्नल सौम्‍य चक्रबर्ती, आईआईएससी-बैंगलूरू के मानद प्रोफेसर डॉ राजन्‍ना, सीएसआईआर मुख्‍यालय से डॉ देवेन्‍द्र सिंह, स्‍थानीय शिक्षण व अन्‍य संस्‍थानों के गणमान्‍य अतिथियों तथा मीडिया कर्मियों के अतिरिक्‍त पिलानी के नागरिक भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ परम्‍परागत रूप से अतिथियों द्वारा द्वीप प्रज्‍वलन से हुआ ।

इस अवसर पर मुख्‍य अतिथि डॉ संजय कुमार ने संस्‍थान के सहकर्मियों एवं सभी उपस्थित गणमान्‍य जनों को 71वें सीरी स्‍थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी। अपने स्‍थापना दिवस उद्बोधन में उन्‍होंने देश के औद्योगिक, कृषि एवं वैज्ञानिक विकास पर प्रकाश डाला तथा देश के नीति-नियंताओं, उद्यमियों, व्‍यवसायियों की दूरदर्शिता एवं योगदान की मुक्‍त कंठ से सराहना की। अपने संबोधन में उन्‍होंने कृषि वैज्ञानिक के रूप में अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि कृषि अनुसंधान इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स इंजीनियरिंग के सहयोग के बिना अधूरा है। उन्‍होंने संस्‍थान के वैज्ञानिकों का आह्वान किया कि वे अपने नवाचारों से कृषि अनुसंधान को भी लाभान्वित करें। अंत में उन्‍होंने सीरी के निदेशक व सभी कर्मचारियों को स्‍थापना दिवस की शुभकामना दी।

विशिष्‍ट अतिथि राकेश चोपड़ा ने इस अवसर पर उन्‍हें आमंत्रित करने के लिए सीएसआईआर-सीरी के निदेशक डॉ पंचारिया के प्रति आभार व्‍यक्‍त किया। उन्‍होंने अपने संबोधन में सीएसआईआर-सीरी और अपने संगठन (आरईआईएल) के संबंधों को रेखांकित करते हुए सीरी द्वारा किए जा रहे सहयोग के लिए डॉ पंचारिया को धन्‍यवाद दिया। उन्‍होंने डॉ पंचारिया के नेतृत्‍व में सीएसआईआर-सीरी में चल रहे शोध कार्यों की प्रशंसा की। अंत में उन्‍होंने सीरी के उज्‍ज्‍वल भविष्‍य की कामना करते हुए सीरी परिवार के सभी साथियों को स्‍थापना दिवस की शुभकामना दी।

इससे पूर्व संस्‍थान के निदेशक डॉ पी सी पंचारिया ने मुख्‍य अतिथि और विशिष्‍ट अतिथि सहित सभागार में उपस्थित सभी गणमान्‍य अतिथियों का औपचारिक स्‍वागत किया। उन्‍होंने संस्‍थान की विगत वर्ष की प्रमुख उपलब्धियों व पूर्ण की गई परियोजनाओं सहित वर्तमान में जारी शोध परियोजनाओं की जानकारी दी और भविष्‍य की योजनाओं का रोडमैप प्रस्‍तुत किया। गतवर्ष के दौरान राष्‍ट्रीय स्‍तर पर पुरस्‍कृत हुए वैज्ञानिकों की सराहना करते हुए उन्‍होंने संस्‍थान के उद्देश्‍यों की प्राप्ति में चेन्‍नै व जयपुर केंद्र सहित अपने सभी वैज्ञानिक, तकनीकी व अन्‍य साथियों के योगदान की सराहना की तथा पूर्व निदेशकों व सहकर्मियों के योगदान को भी याद किया।

इस अवसर पर अतिथियों द्वारा संस्‍थान की वार्षिक रिपोर्ट 2022-23 का विमोचन किया गया तथा संस्‍थान में 10, 20, 25 तथा 30 वर्ष की सेवा पूरी करने वाले सहकर्मियों को सेवा सम्‍मान पत्र भेंट किए गए। सीएसआईआर-सीरी के निदेशक डॉ पंचारिया ने मुख्‍य अतिथि एवं विशिष्‍ट अतिथि को स्‍मृति चिह्न भेंट कर सम्‍मानित किया।

मुख्‍य समारोह के उपरांत मुख्‍य अतिथि एवं विशिष्‍ट अतिथि ने नए विज्ञान संग्रहालय में प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी का उद्घाटन किया तथा संस्‍थान द्वारा विकसित प्रमुख प्रोद्योगिकियों एवं उनके पोस्‍टरों का अवलोकन किया।

अंत में संस्‍थान के मुख्‍य वैज्ञानिक डॉ अभिजीत कर्माकर ने धन्‍यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का समापन राष्‍ट्रगान से हुआ। कार्यक्रम का संचालन संस्‍थान के डॉ मनिन्‍दर कौर और डॉ राजेन्‍द्र वर्मा ने किया।

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