पुराने औद्योगिक क्षेत्रों में लगे सीईटीपी व नयों में पहले से बने ड्रेनेज सिस्टम
प्रदूषण नियंत्रण मंडल एवं उपवन संरक्षक के तत्वावधान में हुआ विजन 2030 संवाद कार्यक्रम का आयोजन
बीकानेर ।राजस्थान मिशन 2030 अभियान के अंतर्गत विजन दस्तावेज 2030 को तैयार करने के क्रम में क्षेत्रीय कार्यालय राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल बीकानेर एवं कार्यालय उपवन संरक्षक वन विभाग बीकानेर द्वारा बीकानेर जिला उद्योग संघ में विभिन्न औद्योगिक संगठनों, स्वयं सेवी संस्थाओ, वन्यजीव एवं पर्यायवरण विशेषज्ञ हितधारकों के साथ संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया । क्षेत्रीय अधिकारी प्रदीप कुमार असनानी द्वारा कार्यशाला में आगंतुक अतिथियों को अपने मिशन 2030 को लेकर अपने सुझाव प्रस्तुत करने के लिए संबोधित किया तथा पर्यायवरण संरक्षण एवं औद्योगिक व व्यापारिक प्रतिष्ठानों में विभाग के निर्देशों के आधार पर नियम अपनाने की जानकारी प्रदान की । कार्यशाला में वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा राजस्थान राज्य में गत वर्षों में किए गए कार्य का संक्षिप्त विवरण दिया गया ।
बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने अपने सुझाव देते हुए बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्णतया रोक लगाई जाए | इस हेतु केंद्र व राज्य सरकारों को सिंगल यूज प्लास्टिक निर्माण करने वाली कम्पनियों को पाबन्द करना आवश्यक है | साथ ही सभी सडकों को वाल टू वाल बनाया जाए ताकि सडकों पर उडने वाले धुल कणों से निजात मिले और वातावरण अशुद्धि पर लगाम कसने के साथ ही स्वास्थ्य को होने वाली हानि से भी बचा जा सकेगा |
करणी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष महेश कोठारी ने बताया कि औद्योगिक क्षेत्रों में सीईटीपी की स्थापना सुनिश्चित की जाए और नए औद्योगिक क्षेत्रों के निर्माण से पूर्व ही पानी निकासी का पर्याप्त व्यवस्था की जाए। बीछवाल उद्योग संघ अध्यक्ष प्रशांत कंसल ने बताया कि सोलर स्थापना के नाम पर काटे जा रहे पेड़ों को कटने से बचाया जाए तथा ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करते हुए एक पेड़ काटने पर 10 पेड़ अन्यत्र लगाने के क़ानून का निर्माण किया जाए |
बीकानेर जिला उद्योग संघ सचिव वीरेंद्र किराडू ने बताया कि पर्यायवरण के क्षेत्र में कार्य करने वाले पर्यायवरण प्रेमियों को और अधिक उत्साहवर्धन करते हुए समय समय पर राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन द्वारा सम्मान समारोह का आयोजन कर ऐसे लोगों का सम्मान किया जाना चाहिए ताकि ऐसे लोगों को मोटिवेशन के साथ साथ अन्य में भी जागरूकता का संचार हो सके तथा डीजल से संचालित सभी वाहनों को निषेध करते हुए सीएनजी/इलेक्ट्रिक वाहनों को अधिक से अधिक बढावा दिया जाना चाहिए
इस अवसर पर कार्यशाला में क्षेत्रीय कार्यालय राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल बीकानेर के अधिकारी, डॉ. एस. शरद, उपवन संरक्षक, डॉ सुनील कुमार गौड़ उपवन संरक्षक वन्य जीव, सौरभ चांदना, प्रताप सिंह, श्याम सुंदर ज्यादा, प्रोफेसर डूंगर कॉलेज, राजाराम सारडा, दिलीप रंगा, किशन मूंधड़ा, गौरव माथुर, गोरीशंकर सोमाणी, जय सेठिया एवं उपस्थित गणमान्य ने विजन दस्तावेज 2030 के लिए प्रेरणादायक विचारों के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई ।