भाजपा नेता मोहन सुराणा ने पीएम से 2 ₹ किलो गेहूं उपलब्ध कराने के लिए लिखा पत्र
बीकानेर। कोरोना वायरस के चलते लाॅक डाउन अवधि में आय के स्रोत बंद हो चुके हैं। ऐसे में सस्ते अनाज की उपलब्धता राहतकारी हो सकतीं हैं। संकट की घड़ी में इस समस्या से उबारने को लेकर शीर्ष नेतृत्व को समाधान सुझाना भी राहतभरा कहा जा सकता है। ऐसा ही सुझाव बीकानेर के बड़े कारोबारी एवं भारतीय जनता पार्टी शहर जिला महामंत्री मोहन सुराणा ने पीएम मोदी को दिया है। सुराणा ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र द्वारा एवं ट्वीट कर अवगत करवाया कि पूरे भारत में FCI के गोदामों में गेहूं भरा पड़ा है जो खराब होने के कगार पर है। यदि कुछ दिनों में उस गेहूं को सेल नहीं किया गया तो सड़ जाएंगे। फिर फेंकवाने के भी पैसे केंद्र सरकार के लगेंगे। सुराणा ने पीएम मोदी से आग्रह किया है कि यह गेहूं पूरे कमजोर वर्ग को दो रूपए प्रति किलो के हिसाब से वितरित कर दिया जाए। इससे कमजोर वर्ग की उदरपूर्ति हो सकेगी। अभी लॉकडाउन में हर जरूरतमंद कमजोर वर्ग सहित अन्य वर्ग की हालत बहुत ज्यादा खराब हो रही है। क्योंकि वो भी दैनिक मजदूरी करके अपने घर का पेट भरते है और उनके पास भी 15-20 दिनों से ज्यादा के राशन का संग्रह नहीं होता है। इसलिए गेहूं आपूर्ति से संबंधित FCI अधिकरियों को दिशानिर्देश दें।
सुराणा ने बताया कि अब गेहूं की नई फसल भी बाजारों में आ चुकी है, इस बार गेहूं की बंपर पैदवार पूरे भारत में है। केंद्र सरकार को किसानों को समर्धन मूल्य दिलाने के लिए सरकारी खरीद भी करनी जरूरी है। जबकि FCI के गोदाम भरे पड़े है। आपसे आग्रह है कि संकट की इस घड़ी में इस बिन्दू पर विचार अवश्य करें।
