साइकिल चलाने से शरीर का हो जाता है पूर्ण व्यायाम
विश्व साइकिल दिवस एवं जी 20 जनभागीदारी पखवाड़ा के तहत साइक्लोथन का आयोजन
बीकानेर। ‘‘साइकिल चलाने से शरीर का पूर्ण व्यायाम हो जाता है। आजकल लोगों में साइकिल चलाने का चलन कम होने के कारण सबका स्वास्थ कमजोर हो रहा है। ये उद्बोधन मुख्यअतिथि समाजसेवी एवं साईकिल प्रेमी तेेजमाल सुथार ने व्यक्त किए।
अवसर था कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित जन शिक्षण संस्थान, बीकानेर द्वारा गेमनापीर रोड पर विश्व साईकिल दिवस एवं जी 20 जनभागीदारी पखवाड़ा के तहत साइक्लोथाॅन के आयोजन का। 70 वर्षीय साइकिल प्रेमी सुथार ने कहा कि साईकिल प्रतियोगिताओं में तो बीकानेर ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विशेष नाम कमाया है। वे 70 वर्ष की उम्र में भी नियमित 20 किलोमीटर तक साइकिल चलाते हैं, लेकिन आधुनिक भागदौड़ की जीवन शैली में साइकिल चलाने का अभ्यास भी न के बराबर हो गया है। एक समय था जब प्रत्येक घर में एक साइकिल होती थी लेकिन अब मोहल्ले में ढूंढना पड़ता है कि साइकिल किसके घर में है।
इसी अवसर पर समाजसेवी एवं पर्यावरण प्रेमी लक्ष्मणलाल पंवार ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से युवाओं को साइकिल चलाने और अपने स्वास्थ्य के प्रति मेहनत करने की प्रेरणा मिलती है। कार्यक्रम के आरंभ में लक्ष्मणलाल पंवार ने हरी झण्डी दिखाकर साइक्लोथिन को रवाना किया।
वरिष्ठ स्वास्थ्यकर्मी भैंरू बक्श आचार्य ने बताया कि साइकिल दिवस इसीलिए प्रतिदिन साईकिल चलाने का संकल्प लेना चाहिए।
कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि जी 20 के तहत संस्थान की ओर से इस पखवाडे़ के तहत आज साइक्लोथन के अलावा प्रशिक्षण केन्द्रों पर उद्यमिता स्लोग्न प्रतियोगिता, रंगोली एवं उद्यमिता प्रश्नोतरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें संदर्भ व्यक्ति ममता पंवार, वहीदा खातुन एवं शबीना का योगदान रहा।
सहायक कार्यक्रम अधिकारी उमाशंकर आचार्य ने बताया कि प्रथम सत्र में इस साइक्लोथन में संदर्भ व्यक्यिों के साथ-साथ बच्चों ने भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। जिसमें अश्लेष सुथार, हिमांशु सुथार, केशव चूरा, लोकेश सुथार, वंशिका आचार्य, यशवर्द्धन आचार्य, अंजली आचार्य और इशान सहित स्थानीय बच्चों एवं युवाओं ने साइकिलें चलाकर जी 20 जनभागीदारी पखवाड़ा और साइकिल दिवस का संदेश दिया।
इस कार्यक्रम में तलत रियाज और लेखाकर लक्ष्मीनारायण चूरा ने आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया।