सुरक्षा-संरक्षा के प्रदर्शन स्तर बढ़ेंगे, बीकानेर मंडल को मिलेंगी अच्छी और लम्बी दूरी की ट्रेनें : जेवलिया
माल लदान करने वाले ग्राहकों को दी जाएगी सभी सुविधाएं
बीकानेर। भारतीय रेलवे यातायात सेवा (आईआरटीएस) के 2011 बैच के अधिकारी व देशभर में रुट किलोमीटर के हिसाब से उत्तर-पश्चिम रेलवे के सबसे बड़े रेल मंडल बीकानेर डिवीजन के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक (सीनियर डीसीएम) महेश चंद जेवलिया ने कहा कि जो भी सुझाव जनप्रतिनिधियों-जनता से मिले हैं उस पर इंडियन रेलवे टाईम टेबल कमेटी (आईआरटीटीसी) की आगामी 23 जून को होने वाली मीटिंग में ही चर्चा होगी और अंतिम सूची जब चयनित होगी तभी स्थितियां सामने क्लियर हो पाएंगी। ऐसी उम्मीद है कि बीकानेर मंडल को अच्छी और लम्बी दूरी की ट्रेनें मिलेंगी। जेवलिया ने यात्रियों से भी आह्वान किया कि किसी भी प्रकार की कोई समस्या आए तो सीधे बात करें।
अपने अभिनंदन समारोह में सीनियर डीसीएम ने मीडियाकर्मियों से कहा कि जहां तक सेफ्टी और सिक्योरिटी की बात है दोनों के ऊपर रेलवे का हमेशा से जोर रहा है। मुख्यालय, मंडल और बोर्ड स्तर पर एक ट्रायल चलाई हुई है कि अधिकारियों-कर्मचारियों को रात्रि निरीक्षण करना है जिस पर सभी समय-समय पर अमल भी कर रहे हैं। वे बोले कि सुरक्षा से जुड़ी कोई भी चूक न हो इस बात का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमराज की संख्या लगातार बढ़ायी जा रही है, ऐसी उम्मीद है कि आने वाले समय में सुरक्षा और संरक्षा दोनों के प्रदर्शन स्तर बढ़ेंगे।
बीकानेर से पहले अजमेर के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक का पदभार संभाल चुके महेश चंद जेवलिया ने यह भी कहा कि जहां तक यात्री सुविधाओं की बात होती है पहले नंबर पर इन सुविधाओं में अपग्रेडेशन हो साथ ही साथ अमृत भारत स्टेशन स्कीम्स के तहत मंडल के 15 स्टेशनों को चिन्हित किया गया है। जिसके तहत यात्री सुविधाओं मेें बढ़ोत्तरी, प्लेटफॉर्म को हाईलेवल बनाना प्रमुख है ओर तो ओर सुरक्षित और आरामदेह यात्रा कराना रेलवे की प्रमुखता है।
उन्होंने बताया कि गुड्स लोडिंग के ग्राहकों के लिए रेलवे की ओर से गुड्स शेड डॅवलपमेंट प्रोग्राम प्लान किया हुआ है जिसके तहत मुख्यालय स्तर पर चिन्हित हो चुका है। वर्तमान में मंडल में 18 गुड्स शेड्स चिन्हित किए गए है जिसमें माल लदान करने वाले ग्राहकों के लिए तमाम तरह की सुविधाएं दी जाएंगी। प्लेटफार्म को पक्का बनाना, काम करने वाले मजदूरों के लिए रेस्टरुम, ड्रिंकिंग वाटर्स, 700 मीटर की बाऊंड्री वॉल ताकि प्रदूषण कम से कम हो ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं।
चलती ट्रेन में चढऩा-उतरना दु:खदायी अनुभव
सीनियर डीसीएम जेवलिया ने कहा कि यात्रियों से अपील है कभी भी चलती ट्रेन में न ही चढ़ें, और ना ही उतरें, ये ना सिर्फ आपके लिए बल्कि आपके परिवार के लिए बड़ा ही दु:खदायी अनुभव हो सकता है। जब वे जयपुर मुख्यालय में डिप्टी सीसीएम क्लेम पद पर रहे थे तब ऐसे केसेज आए। यात्री की चढ़ते समय व उतरते समय मौत हो गयी या घायल हो गए ऐसे प्रकरण देखे है तो पता चलेगा कि कुछ मिनट की देरी के रहते जीवन को दांव पर लगा देते हैं लोग। ऐसा किसी भी कीमत पर नहीं करना चाहिए। यदि ट्रेन छूट रही है तो दूसरी ट्रेन पकड़कर जाईये अन्यथा समय से पहले आईये और गंतव्य तक आसानी से पहुंचे।