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राजकोप एप: … तो ले मैन कैसे लेगा पास

बीकानेर। लाॅक डाउन व कर्फ्यू के चलते आमजन को विशेष परिस्थिति में प्रशासन से अनुमति लेनी होती है। इसके लिए राज़ कॉप ऐप में ऑनलाइन आवेदन करना होता है। लेकिन यह ऐप जरूरतमंद आवेदकों के लिए जी का जंजाल बन रहा है पहले तो नेट की स्पीड बेड़ा गर्क कर देती है। येन केन प्रकारेण सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद इसके सबमिट होने में इतना समय लगता है कि आवेदक को खींज आने लगती है। एक तो व्यक्ति पहले से ही परिस्थितिजन्य तनाव में आवेदन करता है ऊपर से ऐप ऑपरेट में बड़ी परेशानी आती है। इतना करने के बाद आवेदन रिजेक्ट होने और एसडीएम सिटी से बात करने का मैसेज आता है। अब ऐप में एसडीएम के नंबर भी नहीं है तो आम आदमी बात कैसे करें ? शहर के एक बड़े वकील को पास की अनुमति को लेकर कई औपचारिकताओं से गुजरना पड़ा फिर भी अनुमति नहीं मिली उन वकील का कहना है कि मेरे जैसे वकील को जब पास लेने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है तो एक लेमैन को आपात स्थिति में कैसे पास मिलेगा? इस खामी को दूर करना चाहिए। उनका कहना है आपात स्थिति में मुझे अभी पास चाहिए और 24 घंटे में अपडेट देंगे तो ऐसे पास का क्या फायदा? बड़ा सुधार चाहिए। ऐप व्यवहारिक दिक्कतों को नहीं समझता। एक मैन पावर एजेंसी संचालक ने बताया कि ऐप में सारे डॉक्यूमेंट लगा दिए फिर भी रिजेक्ट हो गया 2 दिन से ऐप पर आवेदन सबमिट नहीं हो रहा है। यह सारे तथ्य बताते हैं की राजकोप ऐप में आवेदन करने में दिक्कतें आ रही है प्रशासन इस पर विचार करें।
इनका कहना है
“मैं एक मैन पावर एजेंसी चलाता हूं। मेरी फर्म में विभिन्न तरह के लोग कार्य करते हैं। उनको मैनेज करना पड़ता है और ड्यूटी पर लगाना पड़ता है। इसलिए पास की आवश्यकता है। मैंने एसपी साहब वाले ऐप पर सारे डॉक्यूमेंट लगाकर अप्लाई भी किया, लेकिन रिजेक्ट हो गया। फॉर्म बिना विचार किए रिजेक्ट कर दिया। एसडीएम ऑफिस से संपर्क किया तो उन्होंने वापस अप्लाई के लिए बोला, लेकिन 2 दिन से एक भी एप्लीकेशन सबमिट नहीं हो रही है।” कार्तिक पवार, चौतीना कुआं वार्ड नंबर 51, बीकानेर

“मैंने 3 दिन पहले एक एप्लीकेशन लगाई ई पास के लिए। उसमें कारण लिखा था कि मैं घर से ऑफिस जाना चाहता हूं। वहां से चेकबुक और पासबुक लेनी है। ताकि मेरे स्टाफ को सैलरी दे सकूं। उसके 24 घंटे में उन्होंने कहा कि आपके पास अपडेट आ जाएगा। मैंने टाइम डाला उसमें दो से ढाई बजे के बीच में । 22 तारीख को मुझे दो से ढाई बजे के बीच परमिशन दी जाए। दूसरे दिन उन्होंने मेरे को दोपहर में 1:40 पर मेल डाली है उसमे लिखा था कि आपका पास एप्रूव हो चुका है। मैंने खाना खाकर मेल चेक की तो 2 बजकर 5 मिनट उस समय हो चुके थे। अगर मैं लेने जाता भी तो मेरे 15 मिनट निकल जाते। तो मैंने व्यास कॉलोनी थाने में बात कि तो उन्होंने कहा कि आप दोबारा अप्लाई कर दीजिए। कल मैंने दोबारा अप्लाई किया था। उन्होंने कहा कि टाइम आप थोड़ा ज्यादा डाल दीजिए। मैंने 22 को 11.30 से 2 बजे तक का टाइम डाला। मैने लिखा 23 तारीख को मुझे साढ़े ग्यारह से दो बजे की परमिशन दी जाए। वह एप्लीकेशन आज 23 तारीख को भी पेंडिंग चल रही है। अभी तो 2 भी बज गया अभी मैंने व्यास कॉलोनी बात भी की तो कहा कि आपके पास मैसेज आ जाएगा। मैंने कहा कि मेरा 2 बजे का टाइम निकल गया। मैसेज आएगा तो मेरे क्या काम का। फिर आज इसे एप्रूव कर भी दोगे तो आज का फिर 2 बजे का टाइम निकल गया। यह पास की थी बड़ी खामी है। एडवोकेट होते हुए मेरे को भी परेशानी आती है तो एक ले मैन कैसे पास लेगा ? प्रशासन इस पर विचार करें ।
एडवोकेट गणेश शर्मा, कर सलाहकार, बीकानेर

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