मुंबई से शिरडी व सोलापुर के लिए वंदे भारत ट्रेनों को पीएम मोदी ने दिखाई हरी झंडी
52 सेकंड में पकड़ लेती है 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार
बीकानेर । प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुक्रवार को मुम्ब्ई से शिरडी एवं मुंबई से सोलापुर के लिए वंदे भारत रेलसेवाओ का शुभारम्भ मुंबई से हरी झंडी दिखाकर किया गया । इसे वीडियो कॉंफ्रेंसिंग से बीकानेर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के सभाकक्ष में दिखाया गया। इस अवसर पर बीकानेर मंडल के अधिकारीगण , मीडिया एवं श्री सत्य साईं संगठन,बीकानेर व शिरडी सांईं बाबा मंदिर ट्रस्ट बीकानेर के सदस्य, श्री सत्य साईं संगठन के जिला अध्यक्ष विनोद चंद्र माथुर, शिर्डी साईं बाबा मंदिर ट्रस्ट की अध्यक्षा पूर्णिमा एवं ट्रस्ट के सचिव डॉ.अंबुज कुमार शर्मा के अलावा सदस्य दीपेंद्र नाथ काटजू, राजकुमार पांडे, दीपा काटजू आदि उपस्थित रहे। इस नई पीढ़ी की ट्रेनों के संचालन से सभी साई बाबा भक्त उत्साहित एवं प्रसन्न दिखे तथा उन्होंने प्रधानमंत्री का इन ट्रेनों के संचालन के लिए धन्यवाद दिया। ये वंदे भारत नई पीढ़ी की रेलसेवा है।
इन ट्रेन ये हैं विशेषताएं
1. शिर्डी वंदे भारत एक्सप्रेस 5 घंटे 20 मिनट में 343 किलोमीटर का सफर तय करेगी।
2 इसमें पावर जनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम है जो बिजली पर लगभग 30% की बचत करता है।
3. इसका उद्देश्य भारतीय रेलवे के कार्बन फुटप्रिंट को कम करना है।
4. ये रेलसेवा यात्रा के एक नए युग की शुरुआत करेगी।
5.नई पीढ़ी की यह रेलसेवा प्रधानमंत्री के “मेक इन इंडिया” का सपना पूरा करती है ।
6. इसके प्रत्येक कोच में ऑनबोर्ड इंफोटेनमेंट सिस्टम के साथ, नेक्स्ट-जेन वंदे भारत एक्सप्रेस यात्रा को और अधिक सुविधाजनक बनाती है।
7. इसमें ऑटोमैटिक स्लाइडिंग फुटस्टेप है।
8. इसके डिब्बों के अंदर आपातकालीन अलार्म पुश बटन से लैस है।
9. इसमें अप्रत्यक्ष एलईडी लाइटिंग है, जो कि विमान में देखने को मिलती है।
10.इसमें हर सीट पर मोबाइल/लैपटॉप चार्जिंग पॉइंट शामिल हैं, जिससे यात्री सुविधा बढ़ती है।
11.इसमें स्वचालित तापमान सेंसर और साइलेंट एयर कंडीशनिंग डक्ट है
12.आत्मनिर्भर भारत का एक प्रमाण है नई पीढ़ी की रेलसेवा ।
13. शिर्डी वंदे भारत एक्सप्रेस धार्मिक संपर्क को तेज गति से बढ़ाती है।
14.ये रेलसेवा 52 सेकंड में 0 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ लेती है।
15. इसमें 14 एसी कोच कारों और 2 एग्जीक्यूटिव एसी कोच कारों में 1128 यात्री बैठते हैं जो अत्याधुनिक तकनीक से लैस हैं।