BikanerExclusiveRajasthanSociety

विश्व की सबसे छोटी पगड़ी बान्धने पर इनफ्लूसर वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड से पुरोहित सम्मानित

बीकानेर, 31 दिसम्बर । राजीव गांधी यूथ फैडरेशन व राजस्थानी साफा पाग पगड़ी व कला संस्कृति संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में एक सादा समारोह जयपुर में आयोजित किया गया। इसमें मुख्य अतिथि श्रीमती महिम जैन व चीफ एडिटर जयेश भट्ट थे। सूई व पेंसिल पर विश्व की सबसे छोटी पगड़ी बान्धने का विश्व खिताब इनफ्लूसर वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड का अनावरण किया गया। साथ ही वर्ल्ड रिकॉर्ड हॉल्डर साफा विशेषज्ञ कृष्णचन्द पुरोहित को समान्नित किया गया।

महिम जैन व जयेश भट्ट ने बताया कि कृष्णचन्द पुरोहित ने सूई व पेंसिल पर पगड़ी बान्धकर राजस्थान का नाम इतिहास के पन्नों में इन्द्राज कराया है। उन्होंने बताया कि सूई पर पगड़ी बान्धना हर व्यक्ति के बस की बात नहीं है जो कि सूई का माप 5 सेमी लिया गया पगड़ी बान्धने में 1मिनट 5सेकेन्ड लगे और जिस कपड़े को काम में लिया कुल 40 सेमी था और इस पगड़ी की परीधी का माप 0.80 सेमी आंका गया। यह बहुत ही सूक्षम रूप से साकार किया है। कृष्णचन्द ने विभिन्न तरह की साफा पाग पगड़ी बान्धने में महारात हासिल की है इनकों कई खिताब मिले हुए है। इस बात की खुशी होती है अब पुरोहित को कला संस्कृति के क्षेत्र में हिन्दुस्तान का सबसे बड़ा अवॉर्ड पदम श्री मिले यही शुभकामना है।

गौरीशंकर व्यास व विमल किशोर व्यास ने बताया कि बीकानेर के साफा पाग पगड़ी की पहचान विश्व पटल पर कृष्णचन्द पुरोहित ने बनाई है। आज इन्हे इनफ्लूसर वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड के खिताब से नवाजा गया है यह बीकानेर और राजस्थान के लिए खुशी की बात है।
इनफ्लूसर वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड के सीईओ जयेश भट्ट ने बताया कि यह संस्था मलेशिया व सिंगापुर में स्थापित है और भारत में जयपुर में इसका प्रधान कार्यालय है। राजस्थान के कृष्णचन्द पुरोहित ने सबसे छोटी पगड़ी बान्धकर देश का व संस्था का गौरव बढ़ाया है।

संस्था के श्यामसुन्दर किराडू व उमेश पुरोहित ने बताया कि कृष्णचन्द पुरोहित ने अनुठी कला का प्रदर्शन किया है यह प्रदर्शन सूई व पेंसिल पर पगड़ी बान्धना विश्व की सबसे छोटी पगड़ी होने का दावा किया था वो आज साकार हो गया। मोहित पुरोहित ने बताया कि यह वर्ल्ड रिकॉर्ड 3 अक्टूबर 2022 को बनाया गया था जिसका विधिवत रूप से सम्पूर्ण जानकारी और प्रदर्शन के आधार पर आज 31 दिसम्बर 2022 को नव वर्ष की पूर्व संध्या पर प्राप्त हुआ है। यह बीकानेर के गौरव की बात है। साथ ही यह वर्ल्ड रिकॉर्ड भारत सरकार द्वारा रजिस्टर्ड किया गया है और यह आईएसओ द्वारा प्रमाणित है।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से रोहित सुथार, गोपाल पुरोहित, किसन पुरोहित, निर्मल सुथार, अशोक उपाध्याय व मरूक्राफ्ट के निर्देशक धर्मेद्र छंगाणी व जय भैरव वेलफेयर सोसायटी के निर्देशक मनमोहन पालीवाल ने शुभकामना दी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *