जिला मजिस्ट्रेट ने धर्मगुरूओं के साथ ली बैठक, बोले ना हो धार्मिक आयोजन
बीकानेर। जिला मजिस्ट्रेट कुमार पाल गौतम ने सोमवार को सभी धार्मिक समुदायों के धर्मगुरूओं के साथ बैठक कर लाॅकडाउन और निषेधाज्ञा नियमों की अनुपालना करवाने में सहयोग की अपील की। गौतम ने कहा कि अक्षयातृतीया और रमजान के दौरान कोई सामूहिक धार्मिक आयोजन नहीं हो यह सुनिश्चित किया जाए।
नगर विकास न्यास सभागार में आयोजित बैठक में गौतम ने कहा कि लाॅक डाउन और निषेधाज्ञा के दौरान सभी प्रकार के सामाजिक और धार्मिक आयोजन प्रतिबंधित है। सभी धर्मगुरू स्वयं इसकी अनुपालना करें और अन्य लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करें। गौतम ने कहा कि संकट के इस समय में कोई अकेला नहीं है। पुलिस और प्रशासन पूरी मुस्तैदी से आपकी मदद के लिए तत्पर है। गंगा जमुनी तहजीब बीकानेर शहर की सांस्कृतिक विरासत रही है। सैंकड़ो वर्षो से यहां सभी धर्मों के अनुयायी सोहार्द्र की मिसाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि संकट के इस दौर में सभी धर्म गुरू अपने अनुयायियों से नियमों की स्वविवेक से अनुपालना करते हुए प्रशासन का सहयोग करने की अपील करें। उन्होंने कहा कि जो भी समस्याएं है प्रशासन से साझा करें प्रशासन द्वारा प्रत्येक व्यक्ति की हरसंभव मदद तुरंत उपलब्ध करवाई जाएगी। गौतम ने कहा कि कहीं भी सामूहिक धार्मिक आयोजन की सूचना मिलने पर कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। वर्तमान में हम एक गंभीर स्थिति का सामना कर रहे हैं और समाज को इस बीमारी से बचना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है अतः स्थिति की गंभीरता को समझते हुए नियमों की अनुपालना सुनिश्चित की जाए।
बैठक में पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा ने कहा कि कोरोना संक्रमण बचाव के लिए सोशल डिस्टेसिंग अपनाने के लिए लोगों को जागरूक किया जाए। रमजान के पवित्र माह में लोग घरों से नमाज पढे़, सार्वजनिक जगहों पर इकट्ठा ना हो इसके लिए धर्मगुरू प्रशासन के साथ मिल कर समझाइश व अपील करें।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) ए.एच.गौरी, एडीएम सिटी सुनीता चैधरी, आरएएस शैलेन्द्र देवड़ा, आफिज फरमान अली, शहनाज, स्वामी संवित सोमगिरी, मासूक अली, मकसूद अहम्मद, मोहम्मद असगर फरीदी, इकबाल हुसैन समेजा, वली मोहम्मद गौरी रजवी, शाहबुदीन, अजमल हुसैन, मोहम्मद अयूब छीपा, रहीम बक्श, मोहम्मद शौहयूब, शिवरतन अग्रवाल, रामपाल राम स्नेही, सुरेन्द्र पाल शर्मा, राजेश मुजांल, कन्हैया लाल बोथरा, जोगेन्द्र सिंह, स्वामी विमशीनन्द गिरी उपस्थित थे।