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आचार्य का मोबाइल हुआ हैक, एफआईआर की मनाही ने बढ़ाई चिंता

परिचित ने हैकर खाते में ट्रांसफर कर रहे हैं पैसे

बीकानेर। हैलो, कहां हो, एक प्रोबल्म है, 25 हजार रूपए चाहिए। मेरी बेटी अस्पताल में है। अरजेंट 25 हजार रूपए चाहिए । ऐसे मैसेज बीकानेर के आचार्य चौक निवासी मक्खन आचार्य के परिचितों के मोबाइल पर बुधवार रात से लेकर गुरूवार को दिनभर आते रहे। हैरत की बात यह है कि हैकर मैसेज तो किसी और नम्बर से कर रहा है और फोटो मक्खन आचार्य का लगा रखा है। सब के पास ऐसे मैसेज पहुंचने के बाद कोई उन्हें फोन कर पूछ रहा है तो कोई घर पर आ कर हाल जानने आ रहा है कि क्या हुआ और पैसे की कैसे जरूरत पड़ गई। इतना ही नहीं पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से मना कर आचार्य परिवार की चिंता व पीड़ा को और बढ़ा दिया। आचार्य के भाई सुशील आचार्य ने ‘द इंडियन डेली’ को बताया कि उनके बड़े भाई मक्खन आचार्य यूआईटी में सहायक सचिव पद पर कार्यरत है और बुधवार को उनका किसी ने मोबाइल हैक कर लिया। अब यह पता नहीं कि मोबाइल हैक हुआ है या आईडी।

सुशील कहते है कि मैं बाहर होता हूं तो सामान्यतौर पर भाई साहब पूछते रहते है कि कहां हो, कहां पहुंचे तो । ऐसे ही हैकर का मेरे पास मैसेज आया कि कहां हो, कहां पहुंचे मो मैंने कह दिया गंगासिंह युनिवर्सिटी के पास। फिर मुझे संदेह हुआ कि भाई साहब तो फोन करके ही पूछते हैं और मारवाड़ी में पूछते है और हैकर हिंदी में पूछ रहा था। शातिर हैकर फोन करने के बजाय व्हाटस अप मैसेज ही कर रहा है। सुशील आचार्य ने बताया कि हैकर का मेरे पास मैसेज आया कि एक प्रोबलम है, पैसों की जरूरत है तब मैंने भाईसाहब को फोन लगाया कि क्या बात है और मैसेज की बात बताई । तो उन्होंने कहा कि मैंने तो कोई मैसेज नहीं किया। तब मैंने उनसे से कहा कुछ न कुछ गड़बड़ हुई है आपका फोन हैक हो गया है। व्हाटस अप नम्बर किसी और का है और फोटो मक्खन आचार्य का आ रहा हैै। इसके बाद सबके फोन आने लगे। तब हमने बुधवार रात को साइबर सेल को मैसेज किया। उन्होंने इसे हलके में लेकर रिपोर्ट नहीं लिखी। अब हालात यह है कि कुछ लोगों ने हैकर के खाते में रूपए भी डाल दिए। कुछ घर आ कर पूछ रहे है कि अचानक क्या बात हो गई? पैसों की जरूरत क्यों पड़ गई? उनके के पास सुबह से लोगों के फोन आ रहे हैं। क्योेंकि हैकर ने मोबाइल से सारे कॉन्टेक्ट उठा लिए और व्हाटस अप के जरिये सबको मैसेज कर रहा है।

सिटी कोतवाली में पुलिस ने एफआईआर भी नहीं लिखी। वे बोल रहे है कि आपका गलती से बटन दब गया होगा। इसलिए ऐसा हो रहा है। बताया जा रहा है कि मक्खन आचार्य के पास एक बार बीपी प्लस मैजरमेंट का लिंक आया था तो उसे उन्होंने एसेप्ट जरूर किया था। शायद यहीं से हैकर की चाल सफल हो गई। क्योंकि मक्खन आचार्य तो फोन के ज्यादातर फीचर यूज ही नहीं करते। हैकर मैसेज के जरिए उनके कॉन्टेक्ट वालों को यूपीआई आईडी भी भेज रहा है कि इसमें पैसा डाल दो और किसी मित्र ने 20 हजार रूपए ट्रांसफर भी कर दिए। वहीं गुरुवार रात दस बजे तक एक परिचित ने हैकर के खाते में 25 हजार रुपए और डाल दिए। उसने कईयों को तो अपनी एचडीएफसी खाते की डिटेल भी लोगों को भेजी है। इतना ही नहीं खबर लिखे जाने तक करीब 500-700 लोगों के पास हैकर के मैसेज पहुंच चुके थे। इसकी वजह मक्खन आचार्य समाज में एक प्रतिष्ठित नाम है और इनका सामाजिक दायरा भी बड़ा है। हैकर इसी बात का फायदा उठाने के इंतज़ार में है। ऐसे में परिचितों को अलर्ट हो जाना चाहिए और पैसे ट्रांसफर करने से पहले जांच पड़ताल कर लेनी चाहिए।

यह है हैकर के नम्बर
आचार्य ने बताया कि हैकर 8249311067 नम्बर से व्हाटसअप मैसेज कर रहा है और मक्खन जी के कॉन्टेक्ट नम्बरों पर स्केन कोड सहित 785595457@upi, पर पैसे डालने का मैसेज कर रहा है। नाम खुशनीश दादा लिखा है। सुशील आचार्य की बातों से जाहिर है कि ‘अपराधियों में खौंफ और आमजन में विश्वास’ की बात कहने वाली पुलिस विश्वास की कसौटी पर कितनी खरी उतर रही है? पुलिस ने समय पर एक्शन लिया होता तो अब तक अपराधी गिरफ्त में आ गया होता और आचार्य के परिचित हैकर के खाते में पैसे नहीं डालते। अब जब तक पुलिस एक्शन लेगी तब तक न जाने कितने लोग ठगे जा चुके होंगे। खैर, आमजन को अनजान मैसेज लिंक आदि से सचेत रहना होगा वरना वे भी ठगी के शिकार हो सकते हैं।

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